इससे पहले सुकेश चंद्रशेखर ने दिल्ली के तिहाड़ जेल में रहकर 200 करोड़ रुपये की ठगी की घटनाओं को अंजाम दिया था। सुकेश ने जेल से ही गृह मंत्रालय का अफसर बनकर ठगी की थी। उसने आवाज बदलकर लोगों को झांसे में लिया था।
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नई दिल्ली, 10 जुलाई 2022। देश के महाठग सुकेश चंद्रशेखर के मामले में एक और बड़ी जानकारी सामने आई है। दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने रोहिणी जेल के करीब 82 अधिकारियों और कर्मचारियों के नाम पर एफआईआर की है। इन पर आरोप है कि ये सभी सुकेश चंद्र शेखर से हर महीने करीब 1.5 करोड़ रुपये की रिश्वत लेते हैं। सुकेश को अलग से बैरक उपलब्ध कराने व जेल में मोबाइल फोन इस्तेमाल की सुविधा देने के लिए ये मोटी रकम बतौर रिश्वत ली जाती थी। इस मामले में 15 जून को एफआईआर दर्ज की गई है।
सुकेश चंद्रशेखर पर आरोप है कि उसने फोर्टिस हेल्थकेयर के पूर्व प्रवर्तक शिविंदर मोहन सिंह की पत्नी अदिति सिंह व अन्य अमीर लोगों के साथ ठगी की है। फिलहाल चंद्रशेखर रोहिणी जेल नंबर के 10 में वार्ड नंबर 3 में बंद था।
तिहाड़ जेल में रहते हुए की थी 200 करोड़ की ठगी
सुकेश चंद्रशेखर ने दिल्ली के तिहाड़ जेल में रहते हुए करीब 200 करोड़ की ठगी की थी। सुकेश जेल से ही गृह मंत्रालय का अफसर बनकर ठगी को अंजाम दिया था। उसने आवाज बदलकर लोगों झांसे में लिया था। जेल के अधिकारियों को लाखों की रिश्वत देकर सुकेश जेल में मोबाइल का इस्तेमाल करता था। जांच के बाद कई जेल अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया था।
अपने करीबियों को लेटर भेजते समय पकड़ा गया
हाल ही में सुकेश चंद्रशेखर को जेल की सुरक्षा को तोड़ते पकड़ा गया। सुकेश लेटर के माध्यम से बाहर किसी को मैसेज देते हुए जेल के सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ था। सुकेश तिहाड़ के नर्सिंग स्टाफ के जरिए बाहर मैसेज भेज रहा था। जेल प्रशासन ने कहा कि सुकेश अपने मैसेज भेजता था। इस पर तिहाड़ जेल के प्रशासन की ओर से दिल्ली पुलिस के आरोपी नर्सिंग स्टाफ के खिलाफ कार्रवाई के लिए पत्र लिखा है।