लता मंगेशकर को कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद आठ जनवरी को ब्रीच कैंडी अस्पताल की गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में भर्ती कराया गया था.
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नई दिल्ली, 06 फरवरी : महान गायिका, भारत रत्न लता मंगेशकर अब नहीं रहीं। लता मंगेशकर का ब्रीच कैंडी अस्पताल में निधन हो गया है। आपको बता दें कि शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने ट्वीट कर यह जानकारी दी है। दरअसल बीते दिनों उनकी स्वास्थ्य बिगड़ने के बाद उन्हें दोबारा वेंटिलेटर पर रखा गया था और वह लगातार चिकित्सकों की निगरानी में थीं।
कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद अस्पताल में किया गया था भर्ती
लता मंगेशकर को कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद आठ जनवरी को ब्रीच कैंडी अस्पताल की गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में भर्ती कराया गया था। जहां डॉ प्रतीत समदानी और चिकित्सकों की टीम की देखरेख में उनका इलाज चल रहा था। जैसे ही उनका स्वास्थ्य बिगड़ने की खबरें आईं वैसे ही प्रशंसक ब्रीच कैंडी अस्पताल पहुंचने लगे थे। उनसे मिलने शनिवार को आशा भोसले स्वास्थ्य के बारे में जानने के लिए अस्पताल पहुंची थीं।
पीएम मोदी ने जताया शोक
लता मंगेशकर के निधन खबर सुनते ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गहरी शोक संवेदनाएं व्यक्त की हैं। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि मैं शब्दों से परे पीड़ा में हूँ। दयालु और देखभाल करने वाली लता दीदी हमें छोड़कर चली गई हैं। वे हमारे देश में एक खालीपन छोड़ गई है, जिसे भरा नहीं जा सकता। आने वाली पीढ़ियां उन्हें भारतीय संस्कृति के एक दिग्गज के रूप में याद रखेंगी। पीएम मोदी के आलावा राजनीतिक दलों के अन्य बड़े दिग्गज नेताओं और फ़िल्मी हस्तियों ने भी लता मंगेशकर के निधन पर दुःख जताया है।
I am anguished beyond words. The kind and caring Lata Didi has left us. She leaves a void in our nation that cannot be filled. The coming generations will remember her as a stalwart of Indian culture, whose melodious voice had an unparalleled ability to mesmerise people. pic.twitter.com/MTQ6TK1mSO
— Narendra Modi (@narendramodi) February 6, 2022
अस्पताल के बाहर सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम
अस्पताल परिसर के बाहर अवरोधक लगाए गए हैं और सुरक्षा कड़ी कर दी गई और वहां मीडियाकर्मियों का जमावड़ा लगा हुआ है। समदानी ने इससे पहले 29 जनवरी को कहा था कि गायिका की तबीयत में मामूली सुधार हुआ है और उन्हें वेंटिलेटर से हटाकर आईसीयू में निगरानी में रखा गया है। नवंबर 2019 में भी सांस लेने में कठिनाई के चलते लता मंगेशकर को इसी अस्पताल में भर्ती कराया गया था और उस दौरान उनके निमोनिया से ग्रस्त होने का पता चला था और 28 दिन के उपचार के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी।