यूपी के परिषदीय विद्यालयों में पांच साल से नई भर्ती नहीं हुई है। जबकि इस दौरान हजारों अभ्यर्थी B.ED और BTC कर शिक्षक बनने का ख्वाब देख रहे हैं। ये सभी भर्तियां नए शिक्षा सेवा चयन आयोग के गठन के बाद ही शुरू हो सकेंगी।
Updated Date
प्रयागराज। यूपी के परिषदीय विद्यालयों में पांच साल से नई भर्ती नहीं हुई है। जबकि इस दौरान हजारों अभ्यर्थी B.ED और BTC कर शिक्षक बनने का ख्वाब देख रहे हैं। ये सभी भर्तियां नए शिक्षा सेवा चयन आयोग के गठन के बाद ही शुरू हो सकेंगी।
नए शिक्षा सेवा चयन आयोग के गठन को कैबिनेट से तो मंजूरी मिल चुकी है, लेकिन अब तक इसके गठन की प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है और न ही अब तक यह तय है कि प्रयागराज में नए आयोग का कार्यालय कहां होगा। ऐसे में लंबित पड़ीं शिक्षक भर्तियां अब अगले साल ही शुरू होने की उम्मीद है।
प्रदेश के अशासकीय सहायता प्राप्त महाविद्यालयों में विज्ञापन संख्या-51 के तहत असिस्टेंट प्रोफेसर के 1017 पदों पर भर्ती नए शिक्षा सेवा चयन आयोग के गठन के इंतजार में एक साल से अधिक समय से अटकी हुई हैं। पिछले साल अगस्त में आवेदन प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है, लेकिन परीक्षा तिथि अब तक घोषित नहीं हुई है। आवेदन कर चुके 1.14 लाख अभ्यर्थियों को भर्ती शुरू होने का इंतजार है।
वहीं, अशासकीय सहायता प्राप्त महाविद्यालयों में भी एक साल से अधिक समय से सहायक अध्यापक (टीजीटी) एवं प्रवक्ता (पीजीटी) के 4163 पदों पर भर्ती अटकी हुई है। इसकी आवेदन प्रक्रिया भी अगस्त-2022 में पूरी हो चुकी है। नए आयोग का गठन होने के बाद परीक्षा तिथि घोषित होगी। इस भर्ती के लिए 13 लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन किए हैं।
परिषदीय विद्यालयों में पांच साल से नई भर्ती नहीं
परिषदीय विद्यालयों में पांच साल से नई भर्ती नहीं हुई है। ये सभी भर्तियां नए शिक्षा सेवा चयन आयोग के गठन के बाद ही शुरू हो सकेंगी। आयोग के गठन को कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद अध्यक्ष और सदस्यों की नियुक्त प्रक्रिया शुरू होगी। प्रयागराज में नए आयोग का नया कार्यालय कहां बनेगा, यह भी अभी तय नहीं ।