सिद्धार्थनगर जिले में फर्जी प्रमाणपत्रों के सहारे शिक्षक भर्ती की काउंसिलिंग कराने पहुंचे 2 जालसाजों को कर्मचारियों ने पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। यह दोनों 12460 शिक्षकों की भर्ती की काउंसिलिंग में कूटरचित दस्तावेजों के सहारे सरकारी शिक्षक बनने के लिए सिद्धार्थनगर जिले में पहुंचे थे।
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सिद्धार्थनगर। सिद्धार्थनगर जिले में फर्जी प्रमाणपत्रों के सहारे शिक्षक भर्ती की काउंसिलिंग कराने पहुंचे 2 जालसाजों को कर्मचारियों ने पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। यह दोनों 12460 शिक्षकों की भर्ती की काउंसिलिंग में कूटरचित दस्तावेजों के सहारे सरकारी शिक्षक बनने के लिए सिद्धार्थनगर जिले में पहुंचे थे।
लेकिन काउंसिलिंग के दौरान बिल्कुल नए कागज के प्रमाणपत्र देखकर कर्मचारियों को शक हो गया और उन्होंने इनके प्रमाणपत्रों का ऑनलाइन वेरिफिकेशन किया। जिसमें प्रमाणपत्र सही दिखने पर मूल आवेदन पत्र से मोबाइल नंबर निकालकर दोनों अभ्यर्थी से फोन से वार्ता की तो मूल अभ्यर्थियों ने बताया कि हम काउंसिलिंग में भाग लेने नहीं गए हैं। हम लोग तो पहले ही शिक्षक की नौकरी पा चुके हैं।
हम लोग मुरादाबाद व फिरोजाबाद में कार्यरत हैं। इसके बाद काउंसिलिंग कराने आए दोनों जालसाजों को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया गया। पकड़े गए दोनों युवक कानपुर जिले के पनकी थानाक्षेत्र के निवासी हैं। इनके खिलाफ सिद्धार्थनगर थाने में मुकदमा पंजीकृत किया गया है।
इस मामले में बीएसए देवेंद्र कुमार पांडेय ने बताया कि देर शाम यह अभ्यर्थी काउंसिलिंग कराने पहुंचे थे। समस्या बताई तो काउंसिलिंग की अनुमति दे दी गई। लेकिन प्रस्तुत प्रमाणपत्र बिल्कुल नए कागजों में मुद्रित देख शक हुआ और जांच में यह दोनों पकड़े गए। जिन्हें स्थानीय पुलिस बुलाकर उनके सुपुर्द कर दिया गया।