'रूट्स इन कश्मीर' संस्था ने क्यूरेटिव याचिका दाखिल करके उठाई जांच की मांग।
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नई दिल्ली, 24 मार्च। कश्मीरी पंडितों की निर्मम हत्या और पलायन की जांच की मांग का मामला एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। कश्मीरी पंडितों की संस्था ‘रूट्स इन कश्मीर’ ने क्यूरेटिव याचिका दाखिल कर इस मामले की जांच की मांग की है।
Breaking News: Kashmiri Pandit organisation moves Supreme Court seeking probe into 1990 massacres
Roots in Kashmir has filed curative petition against dismissal of a review petition in 2017https://t.co/71zInm6Zn0— Roots In Kashmir रूट्स इन कश्मीर (@RootsInKashmir) March 24, 2022
इस याचिका में कहा गया है कि अगर 33 साल बाद 1984 के सिख दंगों की जांच हो सकती है तो इस मामले में भी ऐसा हो सकता है। 2017 में सुप्रीम कोर्ट ये कहते हुए रिव्यू याचिका खारिज कर दी थी कि नरसंहार के 27 साल बाद सबूत जुटाना मुश्किल है। इससे पहले 2017 में दायर याचिका में आरोप लगाया गया था कि 215 FIR दर्ज की गईं। लेकिन एक मामले में भी कार्रवाई नहीं हुई।
गौरतलब है कि कश्मीर में 1989-90 में कश्मीरी पंडितों को कत्लेआम की धमकी देकर अपने घरों से भागने पर मजबूर किया गया था। धमकियों से ना डरने वाले कश्मीरी पंडितों को मार डाला गया, उनके घरों को लूट लिया गया और उन्हें जला दिया गया।