नगर निगम प्रांगण से निकले मौन जुलूस में हजारों की संख्या में उदयपुर शहर और समीपवर्ती क्षेत्रों से सर्व समाज के नागरिक शामिल हुए। आतंक के खिलाफ कार्रवाई, हत्यारों को फांसी और कन्हैयालाल को न्याय दो के नारे लिखी तख्तियों और भगवा पताकाओं के साथ जुलूस निकाला गया।
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उदयपुर, 30 जून। कन्हैयालाल तेली की निर्मम हत्या से आक्रोशित लोगों ने गुरुवार को कर्फ्यू के बीच मौन जुलूस निकालकर हत्या के आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग की।
इस बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कन्हैयालाल के घर पहुंचे और उन्होंने परिजनों को ढांढस बंधाया और सख्त कानूनी कार्रवाई किए का विश्वास दिलाया। मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवार को 51 लाख का चेक भी सौंपा।
परिवारजनों को आश्वस्त किया और भरोसा दिलाया कि इस जघन्य घटना में हम लोग पूरा सुनिश्चित करेंगे कि पीड़ित परिवार को त्वरित न्याय मिले और अपराधियों को कठोरतम दंड मिले। सरकार कोई कमी नहीं रखेगी।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) June 30, 2022
इसके बाद सीएम गहलोत एमबी अस्पताल में भर्ती ईश्वर से भी मिलने पहुंचे। मुख्यमंत्री ने घायल को 5 लाख रुपये की सहायता और पुख्ता सुरक्षा की बात कही। उन्होंने कहा कि इस घटना ने देश को हिला दिया है और NIA इसकी गहन जांच कर रही है। राज्य की एसओजी और एसआईटी एनआईए को पूरा सहयोग कर रही है।
महाराणा भूपाल अस्पताल पहुंचकर उदयपुर में हुई जघन्य घटना के दौरान घायल हुए श्री ईश्वर सिंह से मिलकर उनकी कुशलक्षेम जानी एवं चिकित्सकों से उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। मैं उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूँ। pic.twitter.com/FvZISM9oaU
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) June 30, 2022
वहीं सुबह नगर निगम प्रांगण से निकले मौन जुलूस में हजारों की संख्या में उदयपुर शहर और समीपवर्ती क्षेत्रों से सर्व समाज के नागरिक शामिल हुए। आतंक के खिलाफ कार्रवाई, हत्यारों को फांसी और कन्हैयालाल को न्याय दो के नारे लिखी तख्तियों और भगवा पताकाओं के साथ जुलूस निकाला गया। इस मौन प्रदर्शन का सम्पूर्ण नेतृत्व मेवाड़ के संत समाज ने किया। बीजेपी-कांग्रेस के कई जनप्रतिनिधि इसमें शामिल हुए और एक सुर से इस आतंकी कार्रवाई के आरोपियों को फांसी की सजा की मांग की गई। ऐसे तत्वों को जड़ से खत्म करने की मांग की गई। इसके बाद मेवाड़ में बड़ीसादड़ी स्थित रामानुज आश्रम के मेवाड़पीठ के पीठाधीश सुदर्शनानंद ने ज्ञापन का वाचन किया। उन्होंने कहा कि हत्या करना और हत्या के बाद उसका वीडियो प्रदर्शन करना जिस मानसिकता को दर्शाता है, वो मानसिकता स्वीकार नहीं की जा सकती।
विरोध प्रदर्शन के बाद संत समाज ने राष्ट्रपति के नाम जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में राजस्थान की गहलोत सरकार को बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लागू करने, मामले की जांच NIA से करवाकर हत्यारों को मृत्युदंड देने, सिमी, पीएफआई जैसे संगठनों पर प्रतिबंध लगाने, राजस्थान में रहने वाले राष्ट्रविरोधी तत्वों की पहचान कर कानूनी कार्रवाई करने, मृतक के परिजनों को 5 करोड़ मुआवजा, दोनों बेटों को सरकारी नौकरी, मृतक को बचाने के दौरान घायल हुए साथी के पूरे इलाज सहित उसके पूरे परिवार की सम्पूर्ण सुरक्षा भी पुख्ता करने की मांग की गई। वहीं इस मौके पर जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा ने बताया कि हत्यारों को पकड़ लिया गया है। लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों पर भी कार्रवाई की गई है। आरोपितों के सम्पर्क वालों की भी जांच की जा रही है।