प्रदेश में जब से चुनावी तारीखों का ऐलान हुआ है तभी से नेताओं का एक पार्टी से दूसरे पार्टी में आने जाने का सिलसिला लगा हुआ है।
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UP Assembly Election 2022 : यूपी की राजनीति में इन दिनों सेंधमारी का कार्य जोर शोर से चल रहा है। प्रदेश में जब से चुनावी तारीखों का ऐलान हुआ है तभी से नेताओं का एक पार्टी से दूसरे पार्टी में आने जाने का सिलसिला लगा हुआ है। इस मामले में सपा बड़े स्तर पर भाजपा के बागी नेताओं को अपने पाले में करने में कामयाब हुई है। अब ख़बर आ रही है कि भाजपा भी अब ईट का जवाब पत्थर से देने की तैयारी में जुट गई है।
भाजपा का दामन थाम सकती हैं मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू
जी हां दरअसल सोशल मीडिया में इन दिनों मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव चर्चा का विषय बनी हुई हैं। बता दें कि इन दिनों अपर्णा यादव को लेकर तमाम ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि वो जल्द ही भाजपा का दामन थाम सकती हैं। कहा तो यह भी जा रहा है कि अपर्णा आज ही भाजपा में शामिल हो सकती हैं।
ऐसी खबरें आए भी क्यों न दरअसल हाल ही में सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के बेहद ही करीबी और रिश्ते में उनके समधी हरिओम यादव ने भाजपा का दामन थामा है। अब हरिओम यादव के बाद खबरें ऐसी सामने आ रही हैं कि जल्द ही अपर्णा भी भाजपा के साथ हाथ मिला सकती हैं।
लखनऊ कैंट से चुनाव लड़ाने की भी चल रही है तैयारी
जी हां जहां एक तरफ अपर्णा को भाजपा में शामिल कराने को लेकर चर्चाएं तेज हैं वहीं दूसरी तरफ खबर यह भी सामने आ रही हैं कि भाजपा में शामिल होने के बाद पार्टी उन्हें लखनऊ कैंट विधानसभा से चुनावी मैदान में उतार सकती है। इसके पीछे कारण यह भी है कि अपर्णा 2017 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी की टिकट पर लखनऊ कैंट से ही चुनाव लड़ चुकी हैं।
हालांकि यह बात अलग है कि उस चुनाव में उन्हें भाजपा से प्रत्याशी रीता बहुगुणा जोशी से हार का सामना करना पड़ा था। हालांकि यहां एक बात और कही जाती रही है कि अपर्णा को 2017 में अखिलेश यादव टिकट देने के पक्ष में नहीं थे पर मुलायम सिंह के दबाव के कारण अपर्णा को टिकट मिला पर उन्हें उस चुनाव में हार का सामना करना पड़ा।
उत्तराखंड के पौड़ी की रहने वाली हैं अपर्णा
अपर्णा यादव को लेकर यह भी कहा जाता है कि अपर्णा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बेहद करीबी हैं। इसके पीछे जो तर्क दिया जाता है वो यह कि योगी आदित्यनाथ और अपर्णा उत्तराखंड के पौड़ी जिले के ही रहने वाले हैं। वहीं इसके अलावा योगी आदित्यनाथ कई दफा अपर्णा यादव के कार्यक्रम में भी जा चुके हैं।
बता दें कि अपर्णा यादव मुलायम सिंह यादव की दूसरी पत्नी साधना सिंह के बेटे प्रतीक यादव की पत्नी हैं। अपर्णा को कई बार खुलेआम तौर पर पीएम मोदी और भाजपा की तारीफ करते हुए भी देखा गया है। जिसके बाद से लंबे समय से यह कयास लगते रहे हैं कि अपर्णा जल्द ही भाजपा में शामिल हो सकती हैं।
मुलायम के करीबी पहले भी हो चुके हैं भाजपा में शामिल
अगर ऐसा होता है तो यह पहली बार नहीं होगा जब भाजपा समाजवादी पार्टी के परिवार में ही सेंधमारी करेगी। इससे पहले भी भाजपा सपा के करीबियों को अपने पाले में कर चुकी है। बता दें कि पिछले साल प्रदेश में हुए पंचायती चुनाव में भाजपा ने मुलायम सिंह यादव की भतीजी संध्या यादव को अपना उम्मीदवार बनाया था।
जबकि पिछले सप्ताह ही पार्टी ने फिरोजाबाद के सिरसागंज से सपा विधायक और मुलायम सिंह यादव के समधी कहे जाने वाले हरिओम यादव को भाजपा में शामिल कराया। इसके अलावा भी ऐसे कई उदाहरण है जिसमें भाजपा ने समाजवादी पार्टी के घर में ही सेंधमारी कर चुकी है। बहरहाल अब देखना होगा कि क्या अपर्णा यादव वाकई में सपा का दामन छोड़ भाजपा का साथ पकड़ने वाली हैं। अगर ऐसा होता है तो सपा के लिए यह बहुत बड़ा नुकसान होगा।