सुनील जाखड़ ने कांग्रेस पार्टी छोड़ने से पहले पार्टी नेताओं पर बड़े आरोप लगाए। जाखड़ ने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व चापलूसों से घिरा हुआ है। राहुल गांधी फैसले नहीं लेते। राहुल गांधी को दोस्त और दुश्मन की पहचान करनी चाहिए। इस दौरान जाखड़ ने अंबिका सोनी पर जमकर निशाना साधा।
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नई दिल्ली, 19 मई। कांग्रेस को पंजाब में गुरुवार को बड़ा झटका लगा है। पंजाब कांग्रेस के दिग्गज हिंदू नेता और प्रदेश अध्यक्ष रहे सुनील जाखड़ बीजेपी में शामिल हो गए हैं। दिल्ली में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सुनील जाखड़ को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता दिलाई। बतादें कि जाखड़ ने कुछ दिन पहले ही अनुशासनहीनता का नोटिस मिलने पर कांग्रेस छोड़ दी थी। वहीं जाखड़ से पहले गुजरात से कांग्रेस नेता हार्दिक पटेल भी कांग्रेस पार्टी छोड़ चुके हैं। सुनील जाखड़ का परिवार करीब 50 साल कांग्रेस में रहा। जाखड़ की तीसरी पीढ़ी से भतीजे संदीप जाखड़ भी कांग्रेस से विधायक बने हैं।
माननीय भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री @JPNadda ने आज वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष श्री @sunilkjakhar को नई दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय में पार्टी की सदस्यता दिलायी। pic.twitter.com/W4zXhuVtj2
— Office of JP Nadda (@OfficeofJPNadda) May 19, 2022
जाखड़ के कांग्रेस के साथ 50 साल
BJP जॉइन करने के बाद सुनील जाखड़ ने कहा कि 1972 से लेकर 2022 तक हर अच्छे-बुरे समय में उनका परिवार 50 साल तक कांग्रेस के साथ रहा है। जाखड़ ने कहा कि मैंने कभी राजनीति को निजी स्वार्थ के लिए इस्तेमाल नहीं किया, मैंने कभी किसी को तोड़ने की कोशिश नहीं की है। सुनील ने एक परिवार से रिश्ता तोड़ा तो कुछ आधारभूत बातें थीं। मैंने राष्ट्रीयता, एकता और पंजाब के भाईचारे सांझ के लिए ये कदम उठाया है।
सिद्धांतों से हटी कांग्रेस पार्टी- जाखड़
बीजेपी नेता सुनील जाखड़ ने कहा कि पंजाब में दंगों के वक्त भी हिंदू-सिख भाईचारा कभी नहीं टूटा। मेरी जिंदगी का यही मूल मंत्र था। जाखड़ ने कहा कि दुख इस बात का है कि मुझे इस बात के लिए कटघरे में खड़ा किया गया कि मैंने पंजाब को धर्म, जाति और परसेंटेज के आधार पर ना बांटने की बात कही। जाखड़ ने कहा कि मैंने रिश्तों को उसूलों की तरह निभाया है। जब पार्टी अपने सिद्धांत से ही हट जाए तो इस बारे में सोचना पड़ता है।
जाखड़ ने की पीएम मोदी की तारीफ
वहीं सुनील जाखड़ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की। जाखड़ ने कहा कि मैं डेढ़ साल संसद में रहा। प्रधानमंत्री मोदी करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन के लिए पंजाब आए थे। तब उनके साथ लंगर छका और बातचीत का मौका मिला था। अब उन्होंने लाल किले पर हिंद की चादर श्री गुरू तेग बहादुर जी का 400वां प्रकाश पर्व बनाया है।
पंजाब में हिंदू होने की वजह से CM नहीं बनाया
सुनील जाखड़ ने कांग्रेस पर आरोप लगाया था कि कैप्टन अमरिंदर सिंह को कुर्सी से हटाने के बाद ज्यादातर विधायक उनके पक्ष में थे। इसके बावजूद उन्हें मुख्यमंत्री नहीं बनाया गया। इसके पीछे वजह सोनिया गांधी की नजदीकी अंबिका सोनी हैं। जिन्होंने कहा था कि पंजाब में सिख मुख्यमंत्री ही होना चाहिए। इससे पहले जाखड़ को हटाकर कांग्रेस ने नवजोत सिद्धू को प्रदेश अध्यक्ष बना दिया था। जिसके बाद नाराज होकर सुनील जाखड़ ने एक्टिव पॉलिटिक्स से किनारा कर लिया था।
कांग्रेस की ओर से नोटिस भेजने के बाद हुए दुखी
वहीं कुछ समय पहले सुनील जाखड़ को कांग्रेस ने अनुशासनहीनता का नोटिस भेजा था। नोटिस में कांग्रेस ने कहा कि चुनाव से पहले उनके बयानों से पार्टी को बहुत नुकसान हुआ। हालांकि जाखड़ ने उस नोटिस का जवाब नहीं दिया था। जाखड़ ने कहा कि कांग्रेस हाईकमान को उनसे बात करनी चाहिए थी। लेकिन बात की बजाय उन्हें नोटिस थमा दिया गया।
कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाकर जाखड़ ने छोड़ी पार्टी
सुनील जाखड़ ने कांग्रेस पार्टी छोड़ने से पहले पार्टी नेताओं पर बड़े आरोप लगाए। जाखड़ ने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व चापलूसों से घिरा हुआ है। राहुल गांधी फैसले नहीं लेते। राहुल गांधी को दोस्त और दुश्मन की पहचान करनी चाहिए। इस दौरान जाखड़ ने अंबिका सोनी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पंजाब में ज्यादातर कांग्रेस इंचार्ज अंबिका सोनी की ही कठपुतली बनकर काम करते रहे। जाखड़ ने कांग्रेस के उदयपुर चिंतन शिविर पर भी कई सवाल उठाए थे।
जानें जाखड़ का सियासी सफर
बतादें कि बीजेपी नेता सुनील जाखड़ पंजाब कांग्रेस के प्रमुख हिंदू नेता थे। जाखड़ अबोहर के गांव पंचकोसी के रहने वाले हैं। उनके पिता बलराम जाखड़ भी कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में शामिल थे। उनका परिवार 3 पीढ़ियों से कांग्रेस से जुड़ा रहा। सुनील जाखड़ 2002 में पहली बार अबोहर शहर से विधायक चुने गए थे। जाखड़ अबोहर से 3 बार विधायक बने। इसके बाद वो 2012-2017 तक पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता भी रहे। सुनील जाखड़ ने BJP का गढ़ माने जाने वाली गुरदासपुर लोकसभा सीट से 2017 में बड़े अंतर से जीत हासिल की थी। कैप्टन अमरिंदर सिंह तब 2017 के बाद मुख्यमंत्री बने तो जाखड़ पंजाब कांग्रेस के प्रधान रहे।
वहीं कांग्रेस को पहले ही अलविदा कह चुके कैप्टन अमरिंदर सिंह ने जाखड़ के कांग्रेस छोड़ने पर कहा कि सही पार्टी में सही आदमी। बीजेपी में शामिल होने पर जाखड़ को शुभकामनाएं देते हुए कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि उनके जैसे ईमानदार और ईमानदार नेता कांग्रेस में और सांस नहीं ले सकते।
Right man in the right party.
Congratulations to @sunilkjakhar for joining @BJP4IndiaHonest and upright leaders like him cannot breathe in the @INCIndia anymore.
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) May 19, 2022