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किसानों के मुद्दे को भुनाने में लगे BJP-CONGRESS, आरोप-प्रत्यारोप के साथ सियासत शुरू

By Rajni 

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नई दिल्ली। सियासी बिसात में किसानों के हित के मुद्दे पर श्रेय लेने की दोनों ही दलों में मानो होड़ सी मची है। क्योंकि ये तो तय है कि इस बार भी किसानों के हित का मुद्दा फिर सूबे के जनादेश में हावी होने वाला है।

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ये कहना गलत नहीं होगा कि जिस दल पर किसानों को भरोसा हुआ वो दल सूबे की सत्ता पर काबिज होगा। यही वजह है कि किसानों के मुद्दे को लेकर बीजेपी-कांग्रेस में रार है।

दरअसल केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह भारतीय जनता पार्टी के महाजनसंपर्क अभियान के तहत दो दिवसीय दौरे पर छत्तीसगढ़ पहुंचे हैं। एयरपोर्ट से ही बस्तर के लिए रवाना होने से पहले मीडिया से चर्चा करते हुए केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने केंद्र सरकार द्वारा धान एमएसपी बढ़ाए जाने पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया को चुनौती देते हुए कहा कि उनको पता नहीं है। अगर है हिम्मत तो डिबेट कर लें। उनके 9 साल और मोदी जी के 9 साल में एमएसपी किसका-कितना बढ़ा है।अगर हिम्मत है माफी मांगने के लिए तैयार रहें।

इधर फसलों पर समर्थन मूल्य में वृद्धि पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह द्वारा दिए गए चैलेंज को स्वीकार करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि वे विषय पर किसी भी मंच में बात करने को तैयार हैं। हर किसी की चुनौती स्वीकार है।

महंगाई के बीच 143 रुपए धान में वृद्धि किसानों के साथ धोखाः बघेल

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एमएसपी से लेकर डीजल-पेट्रोल के दाम सब में बहस कर सकते हैं। हमारे यहां से कोई भी चुनौती स्वीकार कर लेंगे। महंगाई के बीच 143 रुपए धान में वृद्धि किसानों के साथ धोखा है।

दरअसल प्रदेश में किसानों को लेकर सीएम भूपेश बघेल ने कई ऐसी योजनाएं संचालित की हैं। जिनसे किसानों को सीधा फायदा मिल रहा है। अब बीजेपी भूपेश सरकार की इन योजनाओं का तोड़ निकालने में लग गई है।

पिछले दिनों सरकार की महत्वाकांक्षी योजना की खामियां गिनाने भाजपाई गौठान-गौठान भटकते देखे गए, तो अब एमएसपी को लेकर शह और मात का खेल शुरू हो गया है। चुनावी वर्ष है लिहाजा इस मुद्दे पर आगे भी और घमासान देखने को मिल सकता है।

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