एटीएस ने कुछ दिनों पहले जिस आतंकी सद्दाम व रिजवान को गिरफ्तार किया था। उनमें से आतंकी सद्दाम मूल रूप से गोंडा जिले के करनपुर, थाना कोतवाली देहात का निवासी है।
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लखनऊ। एटीएस ने कुछ दिनों पहले जिस आतंकी सद्दाम व रिजवान को गिरफ्तार किया था। उनमें से आतंकी सद्दाम मूल रूप से गोंडा जिले के करनपुर, थाना कोतवाली देहात का निवासी है।
एटीएस की पूछताछ में वह असल में रणजीत सिंह निकला। रणजीत सिंह ने चोरी की तो पिता ने पिटाई कर दी। जिससे नाराज होकर रणजीत सिंह मुंबई चला गया। मुंबई में मुस्लिम परिवार के संपर्क में आने के बाद रणजीत सिंह ने धर्म परिवर्तन कर लिया और नाम बदलकर सद्दाम शेख बन गया। इसके बाद वह आतंकी संगठनों से जुड़ गया।
1999 में मुंबई में अपनाया मुस्लिम धर्म
उसने आतंकी संगठन अल कायदा की शपथ भी ली थी। एटीएस की पूछताछ में उसने कबूल किया वह मूल रूप से हिन्दू है और वर्ष 1999 में एक मित्र आसिफ के पिता के माध्यम से उसने मुस्लिम धर्म अपनाया। सद्दाम अपनी पहचान छिपाकर एक महिला बनकर सैयदा मरियम सैयदा माहिरा नाम से भी फेसबुक आईडी भी बनाई थी।
वह सोशल मीडिया पर जेहादी सामग्री पोस्ट करता था और आतंकियों के संपर्क में भी था। वह खुद को मुजाहिदीन व जेहादी बताता था। इसीलिए पाकिस्तानी आतंकियों ने उससे संपर्क भी किया था। उसने अपनी आईडी हिजबुल मुजाहिदीन सद्दाम रखी थी। उसने सिराजुद्दीन हक्कानी के, बाबरी मस्जिद तोड़ने के, ओसामा बिन लादेन के फोटो व आतंकी ट्रेनिंग वीडियो डाउनलोड कर पोस्ट किए।
एटीएस को सद्दाम ने बताया कि ओसामा बिन लादेन, जाकिर मूसा, रियाज नायकू, नावेद जट, समीर टाइगर जैसे आतंकी उसके आदर्श हैं। जिन मुसलमानों पर अत्याचार हुआ है, सद्दाम उनको साथ लेकर अपनी एक सेना बनाना चाहता था। जिससे शरिया कानून लागू करके भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाया जा सके। उसकी मंशा लारी का प्रयोग लोन वुल्फ अटैक में करने की थी।
ऐसे ही सद्दाम के साथ पकड़ा गया जम्मू-कश्मीर निवासी रिजवान खान उर्फ रेखन खान मुहम्मद फारुख हिजबुल मुजाहिदीन एवं अंसार गजवाल हिन्द से जुड़ा आतंकी है। रिजवान ने बताया कि उसे पाकिस्तान से लोग काल करते थे और आतकियों के वीडियो भेजते थे। जिन्हें वह अपनी प्रोफ़ाइल पर लगाता एवं सोशल मीडिया पर शेयर करता था।
रिजवान के फोन में बड़ी संख्या में संदिग्ध पाकिस्तानी नंबर
रिजवान के फोन में बड़ी संख्या में संदिग्ध पाकिस्तानी नंबर हैं, जिनके संबंध में जांच जारी है। रिजवान ने बताया कि वह आतंकी वीडियो से बहुत प्रभावित होता था और अपने कुछ फोटो और वीडियो उन्हें भी भेजता था।
जिन्हें सीमा पार बैठे इसके दोस्त एडिट करके, रिजवान और मुजाहिदों के फोटो एक साथ लगाकर इसे वापस भेज देते थे। वह कश्मीर की आजादी के लिए और उसके पाकिस्तान में विलय के लिए अपने पाक आतंकी हैडलरों के संपर्क में था।