कासगंज : जनपद में देर रात शुरू हुई झमाझम बारिश से जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हुआ है। मौसम में अचानक ठंड की बढ़ोतरी हुई है। सब्जी किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें उभर आई हैं, जबकि खाद्यान्न के किसानों को इस बारिश से मुनाफा हुआ है। शनिवार को सुबह से दोपहर तक आसमान में बादल छाए रहे हैं।
पढ़ें :- अखिलेश यादव 28 अप्रैल को संभल में जनसभा को करेंगे संबोधित
जिले में वैसे तो शुक्रवार की देर शाम को हल्की बूंदाबांदी हुई। ठंड बढ़ी, लेकिन देर रात झमाझम बारिश होने के बाद मौसम अचानक परिवर्तित हो गया। ठिठुरन बढ़ गई कड़ाके की सर्दी से जनजीवन प्रभावित हुआ। बारिश के चलते किसान भी प्रभावित हुए हैं। जिन किसानों के खेतों में टमाटर, मटर, आलू सहित अन्य सब्जी की फसल मौजूद है उनके माथे पर चिंता के भाव उभर आए हैं। जबकि गेहूं, जौ, बाजरा सहित अन्य खाद्यान्न की फसल वाले किसान को मुनाफा होने की उम्मीद है। शहर के निकटवर्ती कस्बा बिलराम निवासी किसान चोब सिंह का कहना है कि उनके खेत में इन दिनों गेहूं की फसल बोई गई है। बारिश होने से गेहूं में पानी कम लगाना होगा। खर्चा कम होगा, जिससे उन्हें लाभ मिलेगा। नगला अस्तल होली चौराहा निवासी किसान अशोक कुशवाह का कहना है कि उनके खेत में टमाटर, पालक एवं अन्य सब्जियों की फसल की गई है। जो तैयार है लेकिन बारिश के चलते फसल को नुकसान हो रहा है।
मौसम विभाग के जानकार इंजीनियर अमित तिवारी का कहना है कि गुरुवार को न्यूनतम तापमान 14 डिग्री एवं अधिकतम 19 डिग्री सेल्सियस नापा गया है। अनुमान है कि कई दिनों मौसम इसी तरह रहेगा। देर रात से हुई बारिश के चलते शनिवार की दोपहर तक आसमान में बिजली कड़कड़ाती रही। जिले में कहीं भी बिजली गिरने का समाचार भले ही नहीं मिला है लेकिन आकाशीय बिजली के कड़कड़ाने से लोगों में दहशत बनी रही है।