यूपी के महोबा जिले में जीरो टॉलरेंस के तहत अपराध की रोकथाम में शहर पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने अवैध असलहा फैक्ट्री पर छापेमारी कर इसका भंडाफोड़ कर दिया। अवैध असलहा फैक्ट्री का संचालन करने वाले दो शातिरों को धर दबोचा गया। पुलिस ने मौके से बने, अधबने तमंचे, कारतूस और शस्त्र बनाने के उपकरण बड़ी मात्रा में बरामद किए हैं।
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महोबा। यूपी के महोबा जिले में जीरो टॉलरेंस के तहत अपराध की रोकथाम में शहर पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने अवैध असलहा फैक्ट्री पर छापेमारी कर इसका भंडाफोड़ कर दिया। अवैध असलहा फैक्ट्री का संचालन करने वाले दो शातिरों को धर दबोचा गया। पुलिस ने मौके से बने, अधबने तमंचे, कारतूस और शस्त्र बनाने के उपकरण बड़ी मात्रा में बरामद किए हैं।
पकड़े गए दोनों आरोपियों को पुलिस ने जेल भेज दिया है। महोबा की पुलिस अपराधों की रोकथाम को लेकर पुलिस अधीक्षक अपर्णा गुप्ता के निर्देश में काम कर रही है। इसी दिशा में महोबा शहर कोतवाली पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। बताया जाता है कि शहर कोतवाली पुलिस को को मुखबिर से सूचना मिली कि कोतवाली क्षेत्र के दिसरापुर गांव के बाहर एक खेत में झोपड़ी बनाकर अवैध असलहा फैक्ट्री संचालित हो रही है।
इस सूचना पर पुलिस अधीक्षक अपर्णा गुप्ता ने तत्काल धरपकड़ के निर्देश दिए थे। जिसको लेकर शहर कोतवाल उपेंद्र प्रताप सिंह और उनके हमराहियों ने मौके पर पहुंच कर घेरेबंदी कर ली। पुलिस ने मौके से दो आरोपियों उदल यादव और नंदराम विश्कर्मा को गिरफ्तार कर लिया। यही नहीं मात्रा में निर्मित और अर्धनिर्मित असलहे भी बरामद हुए हैं।
पुलिस अधीक्षक अपर्णा गुप्ता ने बताया कि 7 तमंचों के साथ-साथ 12 बोर के अधबने तमंचे बरामद किए गए। इसके अलावा तमंचा बनाने का फ्रेम और शस्त्र बनाने के उपकरण भी भारी मात्रा में बरामद हुए हैं।