बरेली में नमाज के लिए बस रुकवाने के आरोप में निलंबित चल रहे परिचालक की मैनपुरी में ट्रेन से कटकर मौत हो गई। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सुपुर्द कर दिया।
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मैनपुरी। बरेली में नमाज के लिए बस रुकवाने के आरोप में निलंबित चल रहे परिचालक की मैनपुरी में ट्रेन से कटकर मौत हो गई। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सुपुर्द कर दिया। मृतक मैनपुरी के थाना घिरोर के नगला खुशाली का रहने वाला था।
मैनपुरी जिले के घिरोर थाना क्षेत्र के ग्राम नगला खुशाली का रहने वाला मोहित यादव बरेली डिपो में संविदा पर परिचालक के पद पर तैनात था। 3 जून को मोहित यादव रोडवेज बस को बरेली से दिल्ली लेकर जा रहा था। बरेली से निकलते ही किसी कारण बस रोक दी गई। बस में सवार यात्रियों में से कुछ ने बस के आगे ही सड़क पर नमाज पढ़ी थी। जिसका विरोध बस में बैठे यात्रियों ने किया था। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ।
वायरल वीडियो को संज्ञान लेते हुए रोडवेज के अधिकारियों ने चालक व परिचालक मोहित को निलंबित कर दिया था। इसके बाद मोहित अपने गांव नगला खुशाली में रहने लगा था। वहीं मोहित 27 अगस्त को गांव से घिरोर स्थित बने अपने घर पर गया था और वहां से वापस अपने गांव के लिए निकला, लेकिन वह घर नहीं पहुंचा।
जब परिजनों को जानकारी हुई कि मोहित की कोसमा स्टेशन के क्रासिंग के पास ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई है तो परिजनों में कोहराम मच गया है। मृतक मोहित के पिता राजेंद्र सिंह ने बताया कि उनका पुत्र मोहित रोडवेज बस बरेली में परिचालक था। उसे निलंबित कर दिया गया था।
पिता ने बताया कि कुछ लोग बस से लघु शंका करने के लिए उतरे थे। उनमें से कुछ लोग नमाज पढ़ने लगे। इसके बाद वहां के कुछ लोगों ने वीडियो बना लिया था। जिसको लेकर उनके पुत्र को निलंबित कर दिया गया था। जिससे वह काफी परेशान रहता था और बीती 27 अगस्त को वह अपने घिरोर स्थित मकान पर गया हुआ था। वापस आते समय ट्रेन के आगे कूद कर आत्महत्या कर ली।