कश्मीर में हो रही टारगेट किलिंग से घाटी सहित पूरे कश्मीर का माहौल गर्म है। बताया जा रहा टारगेट किलिंग की साजिश एक साल पहले ही बना ली गई थी। फिलहाल पलायन की स्थिति को काबू करने के लिए सरकार उच्च स्तरीय बैठक कर रही है।
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Kashmir Target Killings: इन दिनों कश्मीर की हवा में दहशत का माहौल बना हुआ है। कश्मीरी पंडित जल्द से जल्द इस जगह को खाली कर सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन करने में जुट गये हैं। बीते दिनों जिस तरह से कश्मीरी पंडितों व बाहर से आकर नौकरी करने वालों पर हमले हुए हैं। उससे कश्मीर में रहने वाले बाहरी लोगों में दहशत बैठ गई है। जानकारी मिली है कि आतंकियों द्वारा की जा रही टारगेट किलिंग की प्लानिंग एक साल पहले पाक अधिकृत कश्मीर में रच गई थी। फिलहाल स्थिति को काबू में लाने के लिए गृहमंत्री अमित शाह व रॉ के प्रमुख कई दौर की बैठक कर रहे हैं।
कश्मीर में होने वाली टारगेट किलिंग की घटनाओं से कश्मीरी पंडितों का पलायन जारी है। जानकारी के मुताबिक ये साजिश करीब एक साल पहले पाक अधिकृत कश्मीर में रची गई थी। इस साजिश में आतंकी संगठनों ने करीब 200 लोगों की एक लिस्ट तैयार की है, इन लोगों को एक-एककर निशाना बनाया जाना तय किया गया है। इस लिस्ट में कश्मीरी पंडितों के अलावा, भाजपा के लोकल नेता, केंद्र सरकार के कर्मी व सिक्योरिटी पर्सनल के नामों को शामिल किया गया। इस साजिश को अंजाम देने का काम पड़ोसी मुल्क के आईएसआई संगठन द्वारा किया जा रहा है।
कश्मीर से तेज हुआ पलायन
एक स्कूल टीचर व बैंक मैनेजर की हत्या के बाद से कश्मीर के हालात बेकाबू दिखाई दे रहे हैं। कल भी दो जगहों पर आंतकी हमले हुए। इसके अलावा दो प्रवासी मजदूरों पर भी आतंकियों द्वारा गोलियों चलाई गई। जिसमें एक शख्स की मृत्यु हो गई। बैंक कर्मी के हत्या के बाद से ही कश्मीरी पंडितों और सरकारी कर्मचारियों का पलायन जारी है। बताया जा रहा है निबंधन विभाग के एक कश्मीर पंडित राहुल भट्ट की हत्या के बाद से उनके क्षेत्र से करीब 150 परिवार बाहर निकल गए हैं।