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MP News: गर्ल्स कॉलेज में फर्स्ट ईयर में पुछे गए प्रश्न को लेकर परीक्षा रद्द,‘मुझे कभी-कभी यह चिंता हो जाती है कि कहीं मैं नपुसंक न हो जाऊं’

By इंडिया वॉइस 

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Khandwa News:मध्य-प्रदेश के खंडवा में स्थित गर्ल्स डिग्री कॉलेज में प्रस्तावित परीक्षा में पुछे गए आपत्तिजनक सवालों के कारण परीक्षा को रद्द कर दिया गया है, फर्स्ट ईयर में पुछे गए प्रश्न को लेकर स्टूडेंट्स ने कॉलेज प्रिंसिपल से शिकायत की,गर्ल्स कॉलेज में पर्सनैलिटी डेवलपमेंट सब्जेक्टके टेस्ट में पुछे गए प्रश्न में कई सवाल आपत्तिजनक थे

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दरअसल, गर्ल्स कॉलेज में फर्स्ट ईयर की स्टूडेंट्स से पर्सनैलिटी डेवलपमेंट सब्जेक्ट का टेस्ट प्रस्तावित था. इसके लिए कॉलेज प्रबंधन ने मॉडल सेट तैयार करवाया था, इसमें जो वस्तुनिष्ट प्रश्न थे, उसमे कई सवाल आपत्तिजनक थे,छात्राओं ने कॉलेज के प्राचार्य एके.चौरे से इस तरह के सवाल को लेकर लिखित में शिकायत की. मामला बढ़ता देख गर्ल्स कॉलेज के प्रिंसिपल ने तुरंत टेस्ट रद्द करने के आदेश दे दिए. आपत्तिजनक सवालों को लेकर गर्ल्स कॉलेज स्टूडेंट्स ने कॉलेज प्रिंसिपल से इस तरह के सवाल पूछे जाने की शिकायत दर्ज कराई तो खलबली मच गई.

मामले में प्राचार्य ने बताया की प्रश्न जरूर आपत्तिजनक थे, लेकिन शिकायत फर्जी थी. इसमें जिन छात्राओं के नाम लिखकर के शिकायत दर्ज कराई गई है, वो छात्राएं कॉलेज में नहीं पढती है और जो नाम हैं, वह सेकंड ईयर की छात्राएं हैं. ऐसे में सवाल यह है कि कॉलेज पर सवालिया निशान खड़े कर कॉलेज की छवि को धूमिल करने में आखिर कौन शामिल है? इन सब सवालों को ढूंढने के लिए प्रचार द्वारा एक जांच कमेटी भी तैयार की गई है.

प्रस्तावित परीक्षा में पुछे गए आपत्तिजनक प्रश्न
1-मुझे कभी-कभी यह चिंता हो जाती है कि कहीं मैं नपुसंक न हो जाऊं.
2-विपरित लिंग के व्यक्ति से मिलने पर मुझे कुछ घबराहट सी मालूम होती है.
3-बुढ़ापे से शारीरिक शक्ति के क्षीण होने की संभावना मुझे सताया करती है।
4-कभी-कभी मैं यह सोचकर परेशान हो जाता हूं कि क्रोध में मैं किसी की हत्या न कर दूं या भारी नुकसान न पहुंचा दूं.

कॉलेज प्राचार्य डॉ. एके चौरे का कहना है कि, नई शिक्षा नीति के अंतर्गत व्यक्तित्व विकास विषय पाठ्यक्रम का हिस्सा है. आंतरिक मूल्यांकन के लिए प्रश्न-पत्र को साइकोलॉजी विभाग ने तैयार किया था. जो प्रश्न पूछे गए हैं, वह विषय आधारित है। हालांकि, मेरी टेबल पर एक शिकायती आवेदन मिला, जिसमें कुछ छात्राओं ने प्रश्न-पत्र पर आपत्ति जाहिर की। इसलिए मैंने तत्काल उस प्रश्न पत्र को रद्द करने के निर्देश दिए. अभी एग्जाम नहीं हुए हैं.

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