विपक्ष महंगाई और रसोई गैस और अन्य मुद्दे उठा रहा था। इसपर ओम बिरला ने सदस्यों को सदन की मर्यादा बनाए रखने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के मंदिर में सदस्यों का ये तौर-तरीका ठीक नहीं है।
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नई दिल्ली, 25 जुलाई। सोमवार को सदन की कार्यवाही में बाधा डालने पर हंगामा कर रहे सदस्यों को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सख्त चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि नारेबाजी करने और तख्तियां लेकर आने वाले सदस्यों को सदन की कार्यवाही का हिस्सा नहीं बनने दिया जाएगा।
गौरतलब है कि लोकसभा की कार्यवाही सोमवार दोपहर 2 बजे शुरु हुई थी। कार्यवाही की शुरुआत में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने पहले सदन की ओर से नीरज चोपड़ा को विश्व एथलिटिक चैंपियनशिप में रजत पदक जीतने पर बधाई दी।
#WorldAthleticsChampionships में #JavelinThrow में #SilverMedal जीतने पर श्री @Neeraj_chopra1 को आज सभी माननीय सदस्यों की ओर से सदन में बधाई दी। pic.twitter.com/MtN9BGcEhI
— Lok Sabha Speaker (@loksabhaspeaker) July 25, 2022
साथ ही ओम बिरला ने नए राष्ट्रपति के चयन का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि द्रौपदी मुर्मू के राष्ट्रपति बनने से देश में एक नई उर्जा का संचार और नया उल्लास पैदा हुआ है।
श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी के माननीय राष्ट्रपति पद की शपथ ग्रहण करने पर उन्हें सदन के सभी सदस्यों की ओर से बधाई एवं शुभकामनाएं दीं।@rashtrapatibhvn pic.twitter.com/pIbkjyVxT9
— Lok Sabha Speaker (@loksabhaspeaker) July 25, 2022
वहीं प्रश्नकाल शुरू होने पर विपक्ष के कई सदस्य तख्तियां लेकर सदन के बीचों बीच आ गए। विपक्ष महंगाई और रसोई गैस और अन्य मुद्दे उठा रहा था। इसपर ओम बिरला ने सदस्यों को सदन की मर्यादा बनाए रखने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के मंदिर में सदस्यों का ये तौर-तरीका ठीक नहीं है। सदन की कार्यवाही सुचारू चलने से लोगों को सदन पर विश्वास बढ़ेगा।
विपक्ष को तख्तियां और नारेबाजी का अधिकार केवल सदन के बाहर
तो थोड़े समय बाद एक बार फिर अध्यक्ष बिरला ने विपक्षी सदस्यों से आग्रह किया कि उनके मुद्दों पर प्रश्नकाल के बाद वो चर्चा कराने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि देश की जनता चाहती है कि सदन चले, लेकिन इस तरीके से सदन नहीं चल सकता। विपक्ष को अपनी बात रखने का प्रश्नकाल के बाद पूरा मौका मिलेगा। हंगामा जारी रहने पर अध्यक्ष ने कार्यवाही को 3 बजे तक स्थगित कर कहा कि अब विपक्ष को तख्तियां और नारेबाजी का अधिकार केवल सदन के बाहर होगा।