छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के ठीक पहले ईडी की लगातार कार्रवाई को लेकर भाजपा और कांग्रेस में जमकर सियासत छिड़ी हुई है, पिछले कुछ महीनों से छत्तीसगढ़ में डेरा जमाए ईडी ने शराब, कोल, परिवहन, महादेवा सट्टा और अब चावल, और जलजीवन मिशन में गड़बड़ी को लेकर जांच का दायरा बढ़ाते हुए लगातार छापेमारी की कार्रवाई कर रही है।
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रायपुर। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के ठीक पहले ईडी की लगातार कार्रवाई को लेकर भाजपा और कांग्रेस में जमकर सियासत छिड़ी हुई है, पिछले कुछ महीनों से छत्तीसगढ़ में डेरा जमाए ईडी ने शराब, कोल, परिवहन, महादेवा सट्टा और अब चावल, और जलजीवन मिशन में गड़बड़ी को लेकर जांच का दायरा बढ़ाते हुए लगातार छापेमारी की कार्रवाई कर रही है।
यह कार्रवाई मुख्यमंत्री के करीबियों के यहां ज्यादा हो रही है, जिसे लेकर कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इशारों पर इस कार्रवाई को होने की बात कह रही है तो दूसरी ओर भाजपा के केंद्रीय और प्रदेश के नेता छत्तीसगढ की भूपेश सरकार की हर योजनाओं में घोटाला होने का आरोप लगाते हुए इस कार्रवाई को कांग्रेसियों के कर्मों का परिणाम बता रही है।
बता दें कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के जन्मदिन के दिन ईडी ने मुख्यमंत्री के सलाहकार विनोद वर्मा और दो ओएसडी आशीष वर्मा सहित अन्य करीबियों के यहां दबिश देकर जांच की है जिसे लेकर सियासत काफी गर्म है। इसका असर आने वाले चुनाव में क्या होगा और जनता जनार्दन इसे कैसे देखती है।