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Punjab Elections 2022 : एक घंटे के लिए जेल से बाहर आए आतंकी राजोआना ने कर डाली अकाली दल के समर्थन में अपील, देखें क्या है पूरा मामला?

By इंडिया वॉइस 

Updated Date

चंडीगढ़, 31 जनवरी। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय बेअंत सिंह की हत्या के मामले में सजा काट रहे आतंकी बलवंत सिंह राजोआना सोमवार को एक घंटे की पैरोल पर रिहा होकर आया और पंजाब की राजनीति में नया विवाद खड़ा कर गया। पिता की मौत के बाद अंतिम अरदास में शामिल होने पहुंचे राजोआना ने अकाली दल के समर्थन में अपील कर डाली। इसके बाद कांग्रेस ने जहां अकाली दल को घेर लिया है, वहीं अकाली दल इस मामले पर चुप है। राजोआना 26 साल बाद सलाखों से बाहर आया था।

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राजोआना 26 साल बाद सलाखों से बाहर आया

बतादें कि चंडीगढ़ में सिविल सचिवालय के बाहर 31 अगस्त, 1995 को मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या कर दी गई थी। आतंकियों ने उनकी कार को बम से उड़ा दिया था। इस घटना में 16 अन्य लोगों की भी जान गई थी। पंजाब पुलिस के कर्मचारी दिलावर सिंह ने आत्मघाती हमलावर की भूमिका निभाई थी। राजोआना ने हत्याकांड की साजिश रची थी। इसके बाद 2007 में चंडीगढ़ की विशेष अदालत ने राजोआना को फांसी की सजा सजा सुनाई थी। 26 सालों से पिता ही जेल में जाकर उससे मिलते थे।

केंद्र ने राजोआना की मौत की सजा को उम्रकैद में बदला

गृह मंत्रालय ने दो साल पहले बलवंत सिंह राजोआना की मौत की सजा को बदलकर उम्रकैद कर दिया था। पिछले महीने केंद्र ने गुरु नानक देवजी के 550वें प्रकाशोत्सव के मौके पर 9 सिख कैदियों को सजा में छूट देने का फैसला किया था। इनमें बलवंत सिंह का नाम भी शामिल था। बलवंत सिंह राजोआना के पिता जसवंत सिंह की 22 जनवरी 2022 को मौत हो गई थी।

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पंजाब में अकाली दल की सरकार बने- राजोआना

वहीं जेल में बलवंत सिंह राजोआना की तरफ से सोमवार को पिता की अंतिम रस्म में शामिल होने के लिए आवेदन किया था, जिसे स्वीकार करते हुए अदालत ने कड़ी सुरक्षा के बीच एक घंटे की पैरोल की मंजूरी दी थी। बलवंत सिंह राजोआना सोमवार दोपहर करीब एक बजे लुधियाना पहुंचा। गुरुद्वारा साहिब में भोग के बाद बाहर आए राजोआना ने कहा कि वो दिल से चाहता है कि पंजाब में अकाली दल की सरकार बने। उसने वहां मौजूद लोगों से अपील की कि वो अकाली दल के समर्थन में काम करें।

बलवंत सिंह राजोआणा के इस बयान की निंदा करते हुए बेअंत सिंह के पौत्र और कांग्रेस नेता रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा कि चुनावी हार को देखकर अकाली दल बौखला चुका है। अब वो गरमख्याली लोगों से अपील करवा रहे हैं।

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