मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सभी सरकारों का हिसाब-किताब खंगालने के आदेश जारी कर दिए हैं।
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चंडीगढ़, 18 अप्रैल। पंजाब सरकार ने पूर्ववर्ती सरकारों के समय में लिये गए कर्ज की जांच करवाने का ऐलान किया है। मान सरकार इस पर जल्द ही एक श्वेत पत्र लेकर आ रही है।
ਪਿਛਲੀਆਂ ਸਰਕਾਰਾਂ ਪੰਜਾਬ ਸਿਰ 3 ਲੱਖ ਕਰੋੜ ਦਾ ਕਰਜ਼ਾ ਛੱਡ ਗਈਆਂ ਹਨ।
ਪਰ ਇਹ ਕਰਜ਼ਾ ਵਰਤਿਆ ਕਿੱਥੇ ਗਿਆ ਹੈ?
ਇਹ ਜਾਂਚ ਕਰਾ ਕੇ ਰਿਕਵਰੀ ਕਰਾਂਗੇ, ਕਿਉਂਕਿ ਇਹ ਲੋਕਾਂ ਦਾ ਪੈਸਾ ਹੈ।
– CM ਭਗਵੰਤ ਮਾਨ pic.twitter.com/PxXNJ7hFBk— AAP Punjab (@AAPPunjab) April 18, 2022
पंजाब में पूर्व की सरकारों द्वारा लिया कर्ज राज्य में बड़ा मुद्दा रहा है। यही नहीं पूर्व की सरकारों पर कर्ज की राशि का सही इस्तेमाल नहीं किए जाने के आरोप भी लगते रहे हैं। अब मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सभी सरकारों का हिसाब-किताब खंगालने के आदेश जारी कर दिए हैं।
पंजाब पर करीब 3 लाख करोड़ का कर्ज
बतादें कि पंजाब के सिर पर इस समय करीब 3 लाख करोड़ का कर्ज है। हालांकि विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी द्वारा ये दावा किया जाता रहा है कि पंजाब की मान सरकार भी एक महीने के भीतर 3 हजार करोड़ का कर्जा ले चुकी है। इस उठापटक के बीच सोमवार को मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पुराने सभी मुख्यमंत्रियों के कार्यकाल में लिए गए कर्ज पर रिपोर्ट मांग ली है। आम आदमी पार्टी द्वारा मुख्यमंत्री भगवंत मान के हवाले से इस बारे में ट्वीट करके जानकारी दी गई है। जिसमें कहा गया है कि पंजाब की पूर्ववर्ती सरकारें करीब 3 लाख करोड़ का कर्ज छोड़ गई हैं। लेकिन ये कर्ज कहां इस्तेमाल किया गया है? इसकी जांच करवाकर रिकवरी की जाएगी, क्योंकि ये लोगों का पैसा है। आम आदमी पार्टी के इस ट्वीट के बाद साफ हो गया कि सरकार अपने पहले बजट के दौरान पिछली सरकारों द्वारा लिए गए कर्ज पर श्वेत पत्र जारी करेगी। इस मामले को लेकर पंजाब की राजनीति गरमाएगी।