kolkata:पश्चिम बंगाल से एक बड़ी खबर सामने आई है,पंचायत चुनाव से पहले पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में बम हमला हुआ है जिसमें मोटरसाइकिल पर सवार तृणमूल कांग्रेस के 2 कार्यकर्ताओं की मौत हो गई है,इस हमले को विपक्षी भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस ने टीएमसी में आंतरिक कलह का नतीजा बताया हैं.
पढ़ें :- हरियाणाः BJP नेता का दावा- आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन से कोई फर्क नहीं पड़ने वाला
इस घटना की जानकारी पुलिस ने रविवार को दी,इस हमले के बाद 24 घंटे के भीतर ही जिले के पुलिस अधीक्षक का तबादला कर दिया गया,इस मामले में प्रशासन ने दावा किया कि यह कदम उससे जुड़ा हुआ नहीं है. पुलिस ने कहा कि टीएमसी कार्यकर्ता न्यूटन शेख और स्थानीय पंचायत प्रमुख का भाई लाल्टू शेख मोटरसाइकिल से कहीं जा रहे थे, तभी कुछ बदमाशों ने उन पर बम फेंका. उन्होंने बताया कि इस घटना में न्यूटन की रात में मौत हो गई, जबकि लाल्टू ने कोलकाता के एसएसकेएम अस्पताल में दम तोड़ दिया.
घटना में मारे गए व्यक्तियों के परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया कि बम कांग्रेस के गुंडों द्वारा फेंका गया क्योंकि उक्त पार्टी इस साल होने वाले पंचायत चुनाव से पहले दोनों की क्षेत्र में ‘‘बढ़ती लोकप्रियता’’ से आशंकित थी. वहीं, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने उनके दावों का खंडन करते हुए कहा कि मारग्राम में पार्टी की सांगठनिक ताकत बहुत कम है और पार्टी किसी हमले में शामिल नहीं है.
चौधरी ने दावा किया, ‘हर कोई जानता है कि हमलावर और पीड़ित दोनों टीएमसी से ताल्लुक रखते हैं.’ भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा, ‘टीएमसी कार्यकर्ता खुद ही हमले कर रहे हैं और ‘कट मनी’ को लेकर लूट की लड़ाई में मारे जा रहे हैं। इस सरकार को हटाने के बाद ही ये स्थिति समाप्त होगी.’
पश्चिम बंगाल के मंत्री एवं टीएमसी के वरिष्ठ नेता फिरहाद हकीम ने हालांकि इस बात से इनकार किया कि हत्याओं के पीछे पार्टी के अंदर कोई प्रतिद्वंद्विता है. हकीम ने सवाल किया कि क्या इस हमले में नक्सलियों की संलिप्तता हो सकती है क्योंकि बीरभूम जिला झारखंड के साथ सीमा साझा करता है जहां नक्सली सक्रिय हैं. हकीम ने कोलकाता में कहा कि पुलिस को यह पता लगाने के लिए सभी पहलुओं की जांच करनी चाहिए कि दोनों पर हमला कैसे और क्यों किया गया.