मरुधरा के महासंग्राम में बात करेंगे पुर्वी राजस्थान की हॉट-सीट दौसा की, उस दौसा की जो न सिर्फ पायलट परिवार की कर्मभूमि रही है बल्कि बाद में हमने यहां बीजेपी के किरोड़ी लाल मीणा का दबदबा देखा, अनुसुचित जाति के लिए आरक्षित दौसा सीट के लिए बीजेपी ने कन्हैया लाला मीणा को मैदान में उतारा है तो वहीं कांग्रेस ने अशोक गहलोत सरकार में मंत्री रहे मुरारीलाल मीणा को अपना उम्मीदवार बनाया है, क्या है इस बार दौसा का समीकरण, किसका दावा नजर आ रहा है कितना मजबूत .
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दौसा लोकसभा सीट
दौसा सीट पर कांग्रेस और भाजपा के बीच सीधी टक्कर है, दौसा सीट पर कांग्रेस पार्टी ने विधायक मुरारीलाल मीणा को टिकट दिया है, जबकि बीजेपी ने बस्सी से पूर्व विधायक रहे कन्हैया लाल मीणा को चुनावी मैदान में उतारा है, आपको बता दे कन्हैया लाल मीणा बस्सी क्षेत्र में सक्रिय रहे है लेकिन दुसरे क्षेत्रों में उनकी सक्रियता नजर नही आई, गुर्जर, मीणा, दलित और मुस्लिम वोटर्स भी इस क्षेत्र में समीकरण बदल सकते है.
बीजेपी में डॉ. किरोड़ीलाल मीणा का फैक्टर भी देखने को मिल सकता है, वहीं बात करे मुरारीलाल मीणा की तो सचिन पायलट ने भी इस सीट पर पूरी ताकत लगाई है, लेकिन यहां हुए पीएम मोदी के रोड शो के बाद भाजपा की उम्मीदें भी काफी बढ़ गई हैं, राजेश पायलट के समय से कांग्रेस का गढ़ रही दौसा संसदीय सीट पर अब बीजेपी का कब्जा है, यहां से बीजेपी के हरीष मीणा 2014 में तो जसकौर मीणा 2019 में सांसद बने थे.
वहीं कांग्रेस भी इस सीट पर अपनी जमीन बचाने के लिए जद्दोजहद करती रही है, जयपुर की दो, अलवर की एक और दौसा की पांच विधानसभा सीटों को मिलाकर बनी इस लोकसभा क्षेत्र में 5 विधायक बीजेपी के ही है, वहीं बाकी तीन विधानसभा सीटों पर कांग्रेस काबिज है, दौसा समेत राज्य की 12 लोकसभा सीटों पर पहले चरण में 19 अप्रैल को मतदान कराया गया था, इसमें कुल 55.72 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया है.
विधायक मुरारी लाल मीणा ने बांदीकुई विधानसभा क्षेत्र के अलियापाड़ा गांव के निवासी हैं. मुरारी लाल मीणा वर्ष 2003 में बीएसपी के सिंबल पर चुनाव लड़े थे, जहां उन्होंने कांग्रेस के कद्दावर नेता मंत्री शैलेंद्र जोशी को चुनाव हराकर राजनीति में कदम रखा था, मुरारी लाल मीणा ने पूरे राजस्थान में सबसे अधिक वोटों से विधायकी जीती थी, उन्होंने वर्ष 2008 में दौसा विधानसभा से विधायक का चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की, 2013 में दौसा विधानसभा से एक बार फिर कांग्रेस ने मुरारीलाल मीणा पर दांव खेला.
जहां तत्कालीन विधायक शंकरलाल शर्मा ने मुरारीलाल को चुनाव हराया था, 2018 में दौसा विधानसभा से एक बार फिर विधायक मुरारीलाल मीणा ने तत्कालीन विधायक शंकरलाल शर्मा को चुनाव हराकर गहलोत सरकार में कृषि विपणन राज्य मंत्री रहे, वहीं दुसरी ओर भाजपा प्रत्याशी कन्हैयालाल मीणा भी 4 बार बस्सी विधानसभा से विधायक होने के साथ मंत्री भी रह चुके हैं, कन्हैयालाल मीणा भाजपा की भैरोसिंह शेखावत सरकार में मंत्री रहे हैं, कन्हैया लाल मीणा की छवि भी राजनीति के क्षेत्र में साफ सुथरी मानी जाती है.
दौसा लोकसभा सीट पर किसकी है टक्कर ?
दौसा लोकसभा सीट पर सीधी टक्कर भाजपा के कन्हैया लाल मीणा और कांग्रेस प्रत्याशी मुरारी लाल मीणा में है और कड़ा मुकाबला भी देखने को मिल रहा है, क्योंकि यह सीट एसटी है और मीणा मतदाताओं का इस सीट पर अच्छा खासा वोटबैंक है, अब जनता का क्या फैसला है ये तो आने वाली 4 जून को ही पता चल पाएगा.