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बारिश का कहरः यमुना के जलस्तर ने तोड़ा 45 साल का रिकॉर्ड, खतरे के निशान के पार पहुंचा, बाढ़ से निपटने को 16 नियंत्रण कक्ष स्थापित  

By Rajni 

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नई दिल्ली। भारी बारिश ने लोगों को चिंता में डाल दिया है। दिल्ली सरकार ने पहले रविवार और बाद में मंगलवार को बाढ़ की चेतावनी जारी की थी और अधिकारियों से सतर्क रहने और संवेदनशील इलाकों में आवश्यक कार्रवाई करने को कहा गया था। इसके अलावा त्वरित प्रतिक्रिया दल और नौकाएं तैनात की गई हैं।

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दिल्ली सरकार ने बाढ़ संभावित क्षेत्रों और यमुना के जलस्तर की निगरानी के लिए एक केंद्रीय नियंत्रण कक्ष सहित 16 नियंत्रण कक्ष स्थापित किए हैं। दिल्ली में बुधवार को यमुना नदी का जलस्तर रिकॉर्ड 207.55 मीटर पर पहुंच गया। इससे पहले 1978 में नदी का जलस्तर 207.49 मीटर पहुंचने का रिकॉर्ड था।

केन्द्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) के जल निगरानी पोर्टल के मुताबिक पुराने रेलवे पुल पर जलस्तर बुधवार सुबह चार बजे 207 मीटर के निशान को पार कर गया, जो वर्ष 2013 के बाद पहली बार इस स्तर पर पहुंचा। दोपहर एक बजे जलस्तर 207.55 मीटर पर पहुंच गया।

संवेदनशील इलाकों में धारा 144 लागू

अधिकारियों ने बताया कि एहतियात के तौर पर बाढ़ को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी के संवेदनशील इलाकों में बुधवार को धारा 144 लागू कर दी है। दिल्ली में पिछले तीन दिन से यमुना में जलस्तर बढ़ रहा है। यह रविवार सुबह 11 बजे 203.14 मीटर से बढ़कर सोमवार शाम पांच बजे 205.4 मीटर हो गया। नदी में जलस्तर सोमवार रात 206 मीटर के निशान को पार कर गया था।

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जिससे बाद बाढ़ की दृष्टि से संवेदनशील इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया था। साथ ही पुराने रेलवे पुल को सड़क तथा रेल यातायात के लिए बंद कर दिया गया था। दिल्ली के जलमंत्री सौरभ भारद्धाज ने बताया कि दिल्ली सरकार हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।

लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया 

में 1924, 1977, 1978, 1995, 2010 और 2013 में भीषण बाढ़ आई थी। लगातार भारी बारिश के कारण नदी में जलस्तर बढ़ा है। निचले इलाके में रहने वाले लोगों को ऊंचाई वाले इलाकों में सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। बचाव कार्य के लिए 45 नावें तैनात की गई हैं। विभाग ने कहा कि पुराने रेलवे पुल को यातायात के लिए बंद कर दिया गया है। अतिरिक्त पानी छोड़ने के लिए ओखला बैराज के सभी दरवाजे खोल दिए गए हैं।

दिल्ली सरकार ने पहले रविवार और बाद में मंगलवार को बाढ़ की चेतावनी जारी की थी। अधिकारियों से सतर्क रहने और संवेदनशील इलाकों में आवश्यक कार्रवाई करने को कहा गया था। इसके अलावा त्वरित प्रतिक्रिया दल और नौकाएं भी तैनात की गई हैं। दिल्ली सरकार ने बाढ़ संभावित क्षेत्रों और यमुना के जलस्तर की निगरानी के लिए एक केंद्रीय नियंत्रण कक्ष सहित 16 नियंत्रण कक्ष स्थापित किए हैं।

उधर, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के कई इलाकों में ‘भारी से अत्यधिक भारी’ वर्षा दर्ज की गई है। इससे नदियां, नाले उफान पर हैं। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड व पंजाब में बुनियादी ढांचे को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा है तथा आवश्यक सेवाएं भी प्रभावित हुई हैं।

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