चाइल्ड पोर्नोग्राफी मामले में सीबीआई की कार्रवाई, शनिवार को देशभर के 20 राज्यों में 56 ठिकानों पर छापेमारी की. इस अभियान का नाम मेघदूत रखा गया है। इस कैंपेन का मकसद उन लोगों को पकड़ना है जो चाइल्ड पोर्नोग्राफी से जुड़ी सामग्री को ऑनलाइन शेयर और अपलोड कर ब्लैकमेलिंग का काम करते हैं।
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नई दिल्ली: चाइल्ड पोर्नोग्राफी केस में CBI की सबसे बड़ी कार्रवाई, केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने बाल यौन शोषण सामग्री के ऑनलाइन प्रसार के संबंध में आज 19 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में 56 स्थानों पर छापे मारे।
सीबीआई के खोज अभियान, ‘ऑपरेशन मेघदूत’ का उद्देश्य बाल यौन शोषण सामग्री को प्रसारित करने और नाबालिगों को ब्लैकमेल करने में शामिल व्यक्तियों और गिरोहों की पहचान करना और उनके खिलाफ कार्रवाई करना है।
इंटरपोल सिंगापुर से इनपुट मिलने के बाद सीबीआई ने तलाशी अभियान शुरू किया था। केंद्रीय एजेंसी के मुताबिक कई ऐसे गैंग चिन्हित किए गए हैं, जो न केवल चाइल्ड पोर्नोग्राफी के सम्बंधित सामग्री, बल्कि बच्चों को फिजिकली ब्लैकमेल कर उनका इस्तेमाल करते हैं. ये गैंग्स दोनों तरीके से काम करते हैं, समूह बनाकर और व्यक्तिगत तौर पर. विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के माध्यम से बाल यौन शोषण सामग्री (CSEM) के कथित पोस्टिंग और प्रसार में शामिल व्यक्तियों के बारे में न्यूजीलैंड इंटरपोल की ओर से सिंगापुर को जानकारी शेयर की गई थी. सिंगापुर ने भारत को इस बारे में सूचित किया, जिसके बाद सीबीआई ने यह कार्रवाई की है.