दिल्ली पुलिस ने एक फर्जी आईपीएस को गिरफ्तार किया है। ये व्यक्ति, जो कि ग्वालियर का रहने वाला है, महिलाओं से दोस्ती के नाम पर ठगी करता था और खुद को 2021 UP कैडर का IPS बताता था। इसने अपनी सोशल मीडिया प्रोफाइल में खुद को आईआईटी कानपुर से पासआउट बताया था।
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Delhi crime news: दिल्ली पुलिस ने एक फर्जी आईपीएस को गिरफ्तार किया है। ये व्यक्ति, जो कि ग्वालियर का रहने वाला है, महिलाओं से दोस्ती के नाम पर ठगी करता था और खुद को 2021 UP कैडर का IPS बताता था। इसने अपनी सोशल मीडिया प्रोफाइल में खुद को आईआईटी कानपुर से पासआउट बताया था। ये शख्स मैसेंजर के जरिए अपने काम को अंजाम देता था। इसने एक महिला डॉक्टर से भी ठगी की थी। पुलिस ने जब इसे पकड़ा तो सामने आया कि वह तो केवल आठवीं पास है। आरोपी का नाम विकास गौतम है। सोशल मीडिया पर इस ठग ने जो फोटो डाली, वो भी किसी सरकारी अधिकारी की लालबत्ती वाली गाड़ी के साथ खिंचवाई.
आरोपी विकास गौतम ने IPS विकास यादव के नाम से इंस्टाग्राम पर फेक प्रोफाइल बनाई हुई थी और उसने अपनी प्रोफाइल की बायो में लिखा था कि वह IIT कानपुर से पासआउट है। दिल्ली पुलिस ने इस शख्स के बारे में चौंकाने वाला खुलासा करते हुए बताया कि ये शख्स मुखर्जी नगर में एक रेस्टोरेंट में काम करता था।
पुलिस अधिकारी से मिली जानकारी के मुताबिक, आरोपी ने अपने इसी फर्जी आईपीएस प्रोफाइल के जरिए दिल्ली के संजय गांधी अस्पताल की एक महिला डॉक्टर से चैट करना शुरू कर दिया, जिसके बाद डॉक्टर इस फर्जी आईपीएस के जाल में फंस गई और उसके एकाउंट में 25 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिए. धीरे-धीरे जब इस फर्जी आईपीएस का राज खुला तो महिला डॉक्टर ने पुलिस में शिकायत करने की धमकी दी, जिसके बाद आरोपी ने महिला को अपने राजनीतिक रसूख का हवाला देते हुए धमकाना शुरू कर दिया. शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने आरोपी विकास गौतम उर्फ विकास यादव को टेक्निकल सर्विलांस की मदद से धर दबोचा.
जिस रेस्टोरेंट में आरोपी कम करता था वहाँ UPSC की तैयारी करने वाले बच्चे आते थे। उन्हें देखकर ही आरोपी के दिमाग मे नकली IPS अधिकारी बनकर ठगी करने का आइडिया आया। आरोपी खुद को 2021 UP कैडर का IPS बताता था। पुलिस के मुताबिक, आरोपी अधिकतर महिलाओं को निशाना बनाता था।