यूपी में किसानों का एक बार फिर से हल्ला बोल देखने को मिला। इस बार लखनऊ की सड़कों पर किसानों का हजूम दिखा। दरअसल उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में किसानों ने महापंचायत का अवाहन किया था। ईको गार्डन में हो रही इस महापंचायत ने प्रदेश का माहौल गर्म कर दिया है। अब इस पर सियासत भी हो रही है।
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लखनऊ। यूपी में किसानों का एक बार फिर से हल्ला बोल देखने को मिला। इस बार लखनऊ की सड़कों पर किसानों का हजूम दिखा। दरअसल उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में किसानों ने महापंचायत का अवाहन किया था। ईको गार्डन में हो रही इस महापंचायत ने प्रदेश का माहौल गर्म कर दिया है। अब इस पर सियासत भी हो रही है।
राकेश टिकैत के बुलावे पर भारी संख्या में किसान लखनऊ पहुंचे
दरअसल भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत के बुलावे पर भारी संख्या में किसान लखनऊ पहुंचे। इस दौरान MSP पर गारंटी, गन्ना मूल्य, बकाया भुगतान और मुफ्त बिजली पर सरकार को घेरने का अवाहन किया गया था। आपको बता दें कि साल 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले लखनऊ में हो रहे इस किसान महापंचायत पर सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ही की निगाहें टिकी हुई हैं।
महापंचायत शुरू होने से पहले ही राकेश टिकैत ने अपने तेवर दिखा दिए थे। उन्होंने आरोप लगाया है कि MSP और बकाया भुगतान के मुद्दों पर सरकार अपने वादे पूरा नहीं कर सकी है। मुफ्त में बिजली देने के ऐलान पर भी अमल नहीं हो सका है। टिकैत ने ऐलान किया है कि महापंचायत में किसानों के मुद्दों के लिए आरपार की लड़ाई लड़ी जाएगी।
आपको बता दें कि इस किसान महापंचायत में यूपी, उत्तराखंड, हरियाणा, राजस्थान से किसान पहुंचे हैं। भारतीय किसान यूनियन का कहना है कि- 2022 में प्रदेश बीजेपी ने वादा किया था कि राज्य में सत्ता में आए तो बिजली मुफ्त होगी, आवारा पशुओं पर लगाम लगेगी, बीज की कीमतें कम होंगी और गन्ने का उचित भुगतान होगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ यानि एक तरफ जहां 24 की तैयारी शुरु हो चुकी है तो दूसरी तरफ किसानों का हल्ला बोल। सवाल ये ही कि क्या 24 में किसानों के मुद्दे पर होगा चुनाव।