रांची। डुमरी उपचुनाव का घमासान अपने चरम पर पहुंच चुका है। सीएम हेंमत जीत के दावे का साथ एतिहासिक जीत का दम भर रहे हैं तो बीजेपी और आजसू चुनावी जंग में हेंमत सरकार को चीत करने की हुंकार भर रही है।
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झारखंड के डुमरी उपचुनाव को लेकर सियासी आरोपों का जोर जारी है। 24 चुनाव से पहले इस चुनाव को लेकर बीजेपी और JMM ने पूरी ताकत झोंक दी है।इस सीट पर हेमंत और बाबूलाल मरांडी की प्रतिष्ठा दांव पर है। इस उपचुनाव के बाद विधानसभा के चुनाव है।तो हर किसी की नजर इस चुनाव पर टिकी हुई है। एक तरफ सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन दूसरी तरफ प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी है।
डुमरी उपचुनाव में दोनों की अग्नि परीक्षा है।वहीं दूसरी तरफ इंडिया गुट बनने पे हेमंत सोरेन का पहला चुनाव है।लगातार रैलियां पर रैलियां दोनों पार्टी द्वारा की जा रही है।हेमेंत सोरेन का कहना है कि इस बार डुमरी चुनाव में कम से कम 1 लाख वोटों का अंतर जीत में होगा ।जो बीजेपी के लिए एक चुनौतीपूर्ण देखा जा रहा है।
हेमंत सोरेन ने संबोधन में कहा बीजेपी ने गरीबों को गैस तो दे दिया लेकिन आज भी सिलेंडर गरीबों के घर में टोकरियां और कूड़ा रखने के काम आ रही है क्योंकि की गैस इतने महंगे है की गरीब लोग ले नही सकते ।यही वजह है की 2024 में केंद्र सरकार का सफाया करने का इंडिया गुट करेगा ।
बीजेपी 2019 से सरकार गिराते गिराते थक गई आज हमारी सरकार 2023 तक खड़ी है। डुमरी उपचुनाव को लेकर दोनों पार्टियां एक दूसरे पर आरोपों की बौछार कर रही हैं। जनता को रिछाने के लिए उम्मीदों की बारिश की जा रही है।