Advertisement
  1. हिन्दी समाचार
  2. उत्तर प्रदेश
  3. उमेश पाल हत्याकांड के दो महीने बाद भी शाइस्ता और गुड्डू मुस्लिम पुलिस की गिरफ्त से बाहर

उमेश पाल हत्याकांड के दो महीने बाद भी शाइस्ता और गुड्डू मुस्लिम पुलिस की गिरफ्त से बाहर

By Rajni 

Updated Date

प्रयागराज। शहर के धूमनगंज इलाके में 24 फरवरी को हुई उमेश पाल हत्याकांड के दो महीने बाद भी घटना में शामिल दो किरदार शाइस्ता और गुड्डू मुस्लिम पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। जबकि इस घटना में शामिल अतीक का बेटा असद सहित चार को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया है।

पढ़ें :- EVM में खराबी से रुका रहा मतदान

दो महीने पहले उमेश पाल की प्रयागराज में उस समय हत्या कर दी गई थी, जब वह हाईकोर्ट में गवाही देकर घर लौट रहा था। इस घटना से देश में सनसनी फैल गई थी। योगी सरकार ने कड़ा एक्शन लेते हुए घटना में शामिल अरोपियों को चिह्नित करते हुए उनके मकानों को बुलडोजर से ढहा दिया था। जबकि कांड में शामिल चार शूटरों को एस़टीएफ ने मार गिराया।

विडियो फुटेज सामने आने के बाद पुलिस ने शाइस्ता पर बढ़ाया इनाम

घटना में गुड्डू मुस्लिम के साथ अतीक की पत्नी शाइस्ता का विडियो फुटेज सामने आने के बाद पुलिस ने शाइस्ता को आरोपी बनाने के साथ उस पर 50 हजार का इनाम भी घोषित कर दिया। पुलिस ने जब शिकंजा कसा तो शाइस्ता फरार हो गई। शाइस्ता कहां छिपी है इसका पता पुलिस अभी तक नहीं लगा पाई है।

उधर, 15 अप्रैल की रात साढ़े 10 बजे अतीक और अशरफ को मेडिकल के लिए ले जाते समय तीन हमलावरों ने दोनों की गोली मारकर हत्या कर दी। इस घटना के बाद यह कयास लगाया जाने लगा कि शाइस्ता शायद कसारी-मसारी कब्रगाह पर पति और देवर के अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे। इसी को देखते हुए वहां कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। कड़ी चेकिंग के बाद ही अतीक के परिवार की महिलाओं को वहां जाने की अनुमति दी गई थी।

पढ़ें :- संभल में माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री ने परिवार संग डाला वोट

करीब बारह सौ करोड़ की संपत्ति को किया नष्ट

योगी सरकार ने घटना के बाद अतीक अहमद की करीब 12 सौ करोड़ की संपत्ति को या तो जप्त किया या फिर उसे बुलडोजर से मिट्टी में मिला दिया। उधर, हत्याकांड का महत्वपूर्ण शूटर गुड्डू मुस्लिम भी अभी तक फरार है। बार –बार अपना लोकेशन बदलने और मोबाइल स्विच आफ रहने के कारण पुलिस को भी उस तक पहुंचने में दिक्कत हो रही है। जबकि एसटीएफ चीफ अमिताभ यश का कहना है कि नकाब में रहने के कारण पुलिस को शाइस्ता तक पहुंचने में दिक्कत हो रही है।

  

Advertisement