यूपी में सपा ने इस बार इतिहास रच दिया। सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के गढ़ में इस बार साइकिल पूरी गति से दौड़ी। यादव लैंड के छह सीटों
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लखनऊ। यूपी में सपा ने इस बार इतिहास रच दिया। सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के गढ़ में इस बार साइकिल पूरी गति से दौड़ी। यादव लैंड के छह सीटों में से सपा ने भाजपा से चार सीटें छीन लीं। सभी सीटों पर वोट बैंक बढ़ाने में भी कामयाब रही। वहीं, फर्रुखाबाद में भाजपा लगातार जीत दर्ज करते हुए हैट्रिक लगाने में कामयाब रही।
मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद पहला लोकसभा चुनाव
बता दें कि मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद यह पहला लोकसभा चुनाव था। इस लिए भाजपा ने कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भी यहां जनसभाएं की और श्रीकृष्ण जन्मभूमि का मुद्दा उठाया। लेकिन दाल नहीं गली। लेकिन इंडिया गठबंधन का फर्रुखाबाद में जादू नहीं चला।
काम आई सपा की सोशल इंजीनियरिंग
इस क्षेत्र में गृह मंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कई जनसभाएं की। लेकिन टिकट बंटवारे सोशल इंजीनियरिंग पर फोकस किया। भाजपा का साथ देने वाले शाक्य और दोहरे बिरादरी के मतदाताओं को भी पार्टी से जोड़ा। यह कारगर साबित हुआ। मैनपुरी में डिंपल यादव रिकॉर्ड 2.21 लाख मतों से चुनाव जीतीं।
फर्रुखाबाद बीजेपी की हैट्रिक
फर्रुखाबाद लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी मुकेश राजपूत 2678 मतों से जीतकर हैट्रिक लगाई। उन्होंने उन्हें 47.2% और सपा के डॉ. नवल किशोर शाक्य को 46.94 फीसदी वोट मिले। वर्ष 2019 में भाजपा को 56.82 और बसपा को 34.72% एवं कांग्रेस को 5.72% वोट मिले थे। इस तरह इस चुनाव में वोट परसेंट बढ़ा है।
इटावा में कठेरिया बनाम दोहरे बिरादरी
इटावा में कठेरिया बनाम दोहरे बिरादरी के बीच संघर्ष होता है। यहां बीजेपी ने सांसद रामशंकर कठेरिया को दोबारा मौका दिया। सपा ने बसपा से आए जितेंद्र सिंह दोहरे को प्रत्याशी बनाया। यहां जितेंद्र सिंह 58 हजार से अधिक वोटों से जीत दर्ज की। यहां से सपा को 47 और भाजपा को 41.82 फीसदी वोट मिले।
कन्नौज में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव
कन्नौज में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव 1.70 लाख से जीते हैं। उन्हें 52.74 फीसदी और भाजपा के निवर्तमान सांसद सुब्रत पाठक को 38.71% वोट मिले। वर्ष 2019 में भाजपा को 49.37 और सपा को 48.29% वोट मिले थे।
फिरोजाबाद में सपा के अक्षय प्रताप यादव की बड़ी जीत
फिरोजाबाद में सपा के अक्षय प्रताप यादव ने भाजपा के विश्वदीप सिंह को करीब 89 हजार वीट से हराया। यहां भाजपा ने सांसद चंद्रसेन जादौन का टिकट काट दिया था। ऐसे में यहां भितरघात का भी सपा को फायदा मिला। सपा को 49.09 और भाजपा को 40.98% मत मिले। वर्ष 2019 में सपा को 43.41 और भाजपा को 46.09% वोट मिले थे।
इटावा में देवेश शाक्य की बड़ी जीत
एटा में राजवीर सिंह राजू को सपा के देवेश शाक्य ने करीब 25 हजार वोटों से हराया। यहां सपा को 42.07 और भाजपा को 44.34% वोट मिले, जबकि वर्ष 2019 में भाजपा को 54.52 और सपा को 42.25% वोट मिले थे।