लद्दाख में हुआ एक बड़ा हादसा, भूस्खलन के चलते सेना के 6 जवानों की मौत जो गई। शुक्रवार सुबह यह हादसा हुआ है, जिसमें सेना के तीन वाहन भूस्खलन की चपेट में आ गए। सेना की तीनों गाड़ियां लद्दाख से आगे जा रही थीं।
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Landslide in Ladakh: लद्दाख में भूस्खलन के बाद हुए सड़क हादसे में भारतीय सेना के छह जवानों की मौत हो गई। शुक्रवार सुबह लद्दाख से दूसरे ग्लेशियर जा रहे भारतीय सेना के काफिले के तीन वाहन भूस्खलन की चपेट में आ गए, जिससे यह दर्दनाक हादसा हो गया.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, अगस्त में उत्तराखंड के उत्तरकाशी में भैरव घाटी और नेलांग के बीच भूस्खलन की चपेट में आने से एक जवान की मौत हो गई थी. इसी पेट्रोलिंग टीम में शामिल एक डॉक्टर घायल हो गया था. इनके अलावा कुछ अन्य जवानों को रेस्क्यू किया गया था. वहीं दूसरी ओर, उत्तराखंड के उत्तरकाशी में तीन और लोगों के शव बरामद होने के बाद हिमस्खलन में मरने वालों की संख्या बढ़कर 19 हो गई है. नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (एनआईएम) ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. अधिकारियों ने बताया कि तलाश अभियान में मदद के लिए भारतीय वायुसेना (आईएएफ) के दो हेलीकॉप्टर ने उत्तराखंड के हर्षिल से उड़ान भरी.
एनआईएम के पर्वतारोही चढ़ाई के बाद लौटते समय मंगलवार को 17 हजार फीट की ऊंचाई पर द्रौपदी का डांडा-द्वितीय चोटी पर हिमस्खलन की चपेट में आ गए थे. एनआईएम ने बताया कि जिस जगह पर हिमस्खलन हुआ था, वहां से गुरुवार शाम को तीन और शव बरामद किए गए और अभी तक 19 शव बरामद किए जा चुके हैं. संस्थान के मुताबिक, इनमें से 17 शव प्रशिक्षुओं के, जबकि दो शव प्रशिक्षकों के हैं. वहीं, 10 प्रशिक्षु अब भी लापता हैं. थल सेना, वायुसेना, एनआईएम, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी), हाई ऑल्टिट्यूड वारफेयर स्कूल (जम्मू-कश्मीर), राज्य आपदा मोचन बल और जिला प्रशासन तलाश अभियान में जुटे हैं. यह अभियान मंगलवार को हिमस्खलन के कुछ घंटों बाद शुरू हुआ था.