Advertisement
  1. हिन्दी समाचार
  2. दिल्ली
  3. मटिया महल में लाइटहाउस स्किल सेंटर शुरू, शिक्षा के साथ स्किल भी जरूरीः सीएम केजरीवाल

मटिया महल में लाइटहाउस स्किल सेंटर शुरू, शिक्षा के साथ स्किल भी जरूरीः सीएम केजरीवाल

By Rakesh 

Updated Date

नई दिल्ली केजरीवाल सरकार ने दिल्ली के युवाओं को स्किल ट्रेनिंग देकर जॉब ओरिएंटेड बनाने के उद्देश्य से मंगलवार को पुरानी दिल्ली इलाके में तीसरे लाइटहाउस स्किल सेंटर की शुरुआत की। सीएम अरविंद केजरीवाल ने मटिया महल में स्थित इस सेंटर का उद्घाटन किया। जबकि कालकाजी व मलकागंज में चल रहे लाइटहाउस सेंटर में अब तक तीन हजार युवा स्किल ट्रेनिंग ले चुके हैं।

पढ़ें :- केजरीवाल सरकार ने सुगमय सहायक योजना का किया शुभारंभ

सीएम ने कहा कि आने वाली पीढ़ी को हमें शिक्षा के साथ स्किल भी देनी है। पढ़-लिखकर अगर रोजगार ही न मिले तो फिर शिक्षा किस काम की। इसलिए मेरी ये कोशिश है कि कैसे युवाओं के लिए ज्यादा से ज्यादा रोजगार पैदा करूं। सीएम केजरीवाल ने कहा कि आज युवाओं के सामने सबसे बड़ी समस्या रोजगार की है। दिल्ली में हमारी सरकार बने सात-आठ साल हो गए हैं। हमने शुरू से ही शिक्षा पर सबसे ज्यादा जोर दिया है।

सीएम ने कहा -देशभर में खराब हो रही अर्थव्यवस्था 

पहले सरकारी स्कूलों का बहुत बुरा हाल था। उसमें गरीबों के बच्चे पढ़ने जाया करते थे। लेकिन अब सारे सरकारी स्कूल शानदार बना दिए। दिल्ली की जनता ने हम लोगों पर विश्वास कर आम आदमी पार्टी को एमसीडी में भी जिताया। अब एमसीडी के भी स्कूलों को शानदार बनाएंगे। सीएम केजरीवाल ने कहा कि आज देश की अर्थव्यवस्था का ऐसा हाल हो गया है कि नए रोजगार पैदा होने की बजाए देशभर में अर्थव्यवस्था धीरे-धीरे खराब होती जा रही है।

एक आंकड़ा यह बताता है कि पिछले कुछ सालों में 12 लाख अमीर लोग, व्यापारी और उद्योगपति भारत छोड़कर दूसरे देशों में चले गए और वहां की नागरिकता ले ली। अगर लोग अपना काम-धंधा, उद्योग या फैक्ट्रियां बंद करके विदेशों में जाएंगे तो हमारे बच्चे रोजगार लेने के लिए कहां जाएंगे? पूरे देश में महौल ऐसा है कि रोजगार बढ़ने के बजाए कम होते जा रहे हैं। मुझे बेहद खुशी है कि आज ये लाइटहाउस स्किल सेंटर मटिया महल में बना है।

पढ़ें :- विधानसभा में ‘आप’ विधायकों की मांग, सिविल डिफेंस वालेंटियर्स की नौकरी बहाल करें LG

दिल्ली में ये तीसरा लाइटहाउस स्किल सेंटर बना है। पिछले साल मार्च में मलकागंज और कालकाजी में दो लाइटहाउस सेंटर शुरू हो चुके हैं। वहां पर अब तक करीब तीन हजार बच्चों को ट्रेनिंग दी जा चुकी है। इसमें से एक हजार बच्चों को रोजगार भी मिल गया है। यहां पर केवल ट्रेनिंग ही नहीं दी जाती, बल्कि ट्रेनिंग के बाद रोजगार दिलाने की भी पूरी कोशिश करते हैं। ऐसा नहीं कि कॉलेज की तरह डिग्री ले ली और रोजगार नहीं मिला। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बहुत सारे युवा 10वीं और 12वीं में फेल हो जाते हैं और कई बच्चों में आत्मविश्वास खत्म हो जाता है।

उनको इंग्लिश बोलना सिखाते हैं। साथ ही यहां 30 तरह के कोर्स हैं, उनमें से बच्चा अपनी पसंद का कोई कोर्स कर सकता है। यहां सबसे ज्यादा डिमांड डिजिटल, कंप्यूटर, आईटी, ग्राफिक्स डिजाइनिंग और चाइनीज खाना बनाने की है। कई बच्चे अपना चाइनीज रेस्टोरेंट खोलना चाहते हैं। लाइट हाउस सेंटर से ट्रेनिंग लेकर काफी बच्चे अच्छी नौकरी कर रहे हैं और कुछ अपना रोजगार भी कर रहे हैं। झुग्गी-बस्तियों में रहने वाले युवाओं के अंदर आत्मनिश्वास की कमी रहती है। वे ज्यादा पढ़ाई-लिखाई नहीं कर पाते और वो बेरोजगार रह जाते हैं।

दिल्ली सरकार का मकसद युवाओं को स्किल ट्रेनिंग देकर जॉब ओरिएंटेड बनाना

हमारा मकसद ऐसे युवाओं को स्किल ट्रेनिंग देकर जॉब ओरिएंटेड बनाना है। दिल्ली का यह तीसरा लाइटहाउस सेंटर है, जबकि चौथा पटपड़गंज में बन रहा है। अब ऐसे ही बहुत सारे लाइटहाउस पूरी दिल्ली में खोले जाएंगे।

इस अवसर पर तकनीकी शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा कि मटिया महल में जिस बिल्डिंग में लाइटहाउस शुरू किया गया है, उसे उसकी खंडहर हालत के कारण ‘भूतिया घर’ कहा जाता था। लेकिन शिक्षा की हमारी प्रतिबद्धता ने उस ‘भूतिया घर’ को आधुनिक और हाईटेक स्किल सेंटर ‘लाइटहाउस’ में बदल दिया है।

पढ़ें :- नई दिल्लीः BJP ने AAP पर किया पलटवार, कहा- भ्रष्टाचार पर लीपापोती की बजाए अपने विभाग पर ध्यान दें मंत्री आतिशी

कहा कि मटिया महल स्थित डीएसईयू एवं लाइटहाउस सेंटर में सभी एडवांस तकनीकी सुविधाओं से लैस 10 ट्रेनिंग रूम हैं। साथ ही फाउंडेशन कोर्स एक्टिविटीज के लिए (हॉल, स्पोकन इंग्लिश क्लास, आईटी स्किल कोर्स के लिए एक डिजीटल ‘टेक हब’, वाई-फाई कनेक्शन के साथ एक ‘डिजिटल इंपावरमेंट’ रूम और 20 से ज्यादा कंप्यूटर, एक बेकरी कक्षा, फैशन डिजाइनिंग कक्ष, ब्यूटी पार्लर और मेकअप कक्ष, एक ऑनलाइन क्लास और एक-एक कैरियर काउंसलिंग रूम भी है। इसके अलावा यहां दो इंटरैक्टिव एरिया भी हैं, जहां टीचर्स ग्रुप एक्टिविटी करा सकेंगे और इसे सेल्फ लर्निंग के लिए भी काम में लिया जा सकेगा।

Advertisement