लखनऊ के अमीनाबाद में शाम होते ही खचाखच भीड़ हो रही है। फुटकर बाजार में जूते चप्पल लेती महिलाएं, बच्चों के कपड़ों की खरीदारी करते लोग और सेवईयां का आर्डर देते हुए तमाम चेहरें दिख रहें हैं।
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लखनऊ, 30 अप्रैल। रमजान के समाप्त होते ही चांद का दीदार के लिए तैयार लखनऊ ईद की तैयारी में डूब गया है। धार्मिक गुरुओं के वचनों को मानते हुए रोजा रखने वाले ईद मनाने के लिए बाजारों में निकल रहें है। सेवईयां, कपड़ों, इलेक्ट्रानिक सामान, मटन की दुकानों पर लोगों की चहल पहल सामान्य रुप से देखी जा रही हैं।
एशिया के सबसे बड़े बाजार के रुप में अपनी पहचान रखने वाले लखनऊ के अमीनाबाद में शाम होते ही खचाखच भीड़ हो रही है। फुटकर बाजार में जूते चप्पल लेती महिलाएं, बच्चों के कपड़ों की खरीदारी करते लोग और सेवईयां का आर्डर देते हुए तमाम चेहरें दिख रहें हैं। बाजार में फुटकर कपड़ों की बिक्री के साथ होलसेल कपड़ों की बिक्री भी होती दिख रही है। अमीनाबाद में होलसेल बाजार में चिकनकारी के कपड़ों की बिक्री बढ़ी है और मौजूदा रेट में कपड़ें लोगों को पसंद आ रहें है।
अमीनाबाद में सेवई का कारोबार जोरों पर
लखनऊ की सेवईयां बड़ी मशहूर रही है और इसे सउदी देशों तक भेजा जाता रहा हैं। ईद पर सेवईयों का कार्य करने वाले लोगों के लिए अपना हुनर दिखाने का बड़ा मौका है। अमीनाबाद में सेवई बनाने का काम होता है तो शहर के कुछ बाजारों में सेवईयां जोरों पर बनती है। बारुदखाना इलाके में सेवईयां बनाने वाले कारोबारियों ने बाजार में पुराने रेट पर ही माल उतार दिया है। खुले में सेवईयां पचास रुपयों से लेकर दो सौ रुपये तक बिक रही हैं।
चौक से हैदरगढ़ मार्ग पर सेवईयां बेचने वालों ने बाजार में तरह तरह की सेवईयां उतारी है। जिसके अलग अलग रेट भी रखे हैं। सेवईयों को आर्डर पर भी बनाने का काम हो रहा है। ज्यादातर आर्डर गोमती नगर, विकास नगर, इंदिरा नगर क्षेत्रों में रहने वाले रिहायसी लोग दे रहे हैं।