Siwan News: बिहार के सीवान जिला में राम-जानकी पथ के निर्माण की प्रक्रिया तेज करते हुए मुआवजा वितरण का कार्य प्रारंभ हो गया है,भगवान राम की जन्मभूमि यूपी के अयोध्या से लेकर जनकपुर तक राम जानकी मुख्य मार्ग बनना है.सीवान-मशरक खंड में राम जानकी पथ के पहले चरण एसएच-73 का निर्माण होना है.
Updated Date
Siwan News:बिहार के सीवान जिला में राम-जानकी पथ के निर्माण की प्रक्रिया तेज करते हुए मुआवजा वितरण का कार्य प्रारंभ हो गया है,भगवान राम की जन्मभूमि यूपी के अयोध्या से लेकर जनकपुर तक राम जानकी मुख्य मार्ग बनना है.सीवान-मशरक खंड में राम जानकी पथ के पहले चरण एसएच-73 का निर्माण होना है.
सीवान से मशरक के बीच जिले के पांच अंचलों पचरूखी, महाराजगंज, गोरेयाकोठी, बसंतपुर और भगवानपुर हाट के किसानों की भूमि अधिग्रहित की गयी है.इनमें से दो अंचलों के किसानों के सभी कागजी प्रक्रिया पूरी होने के बाद उन्हें मुआवजा वितरण का कार्य प्रारंभ हो गया है. इस खंड के पचरुखी और बसंतपुर अंचल के किसानों को जमीन का मुआवजा राशि बैंक खातों में ट्रांसफर की जाने लगी है.
मिली जानकारी के अनुसार पहली बार जमीन मापी के बाद किसानों की ली जाने वाली भूमि की दोबारा पैमाइश की जाती है. ताकि किसी प्रकार का संदेह न रहे. दूसरी भू-पैमाइश के बाद पहली मापी से मिलान के बाद समान संख्या होने पर उसे अंतिम सूची में शामिल कर दिया जाता है. इसके बाद किसानों को इससे संबंधित एक पत्र भी भेजा जाता है. ताकि उन्हें ज्ञात हो कि दूसरी मापी के दौरान उनकी जमीन कितनी अधिग्रहित की जा रही है.
सीवान जिले के भगवानपुर हाट और बसंतपुर अंचल में जिन किसानों की दोबारा पैमाइश की रिपोर्ट फाइनल हो गयी है. उसे अंतिम सूची में स्थान दे दिया गया है और उन्हें ऑनलाइन मुआवजा ट्रांसफर कराया जा रहा है. जिन किसानों की अंतिम मापी का रिकॉर्ड नहीं मिल रहा है उन्हें देरी से मुआवजा मिलेगा. सरकारी स्तर पर किसी तरह की चूक न हो इसके लिए जमीन के वास्तविक हकदार को भी ढूंढा जाता है.
पंचायती राज सह जिला भू-अर्जन पदाधिकारी राजकुमार गुप्ता ने बताया कि सीवान -मशरक खंड में बसंतपुर और पचरुखी अंचलों में ऑनलाइन मुआवजा वितरण कार्य प्रारंभ हो गया है. बहुत सारे किसानों को पहली किस्त ट्रांसफर की जा चुकी है. सभी कागजी कार्रवाई पूरी होने के बाद ही बनने वाली अंतिम सूची के आधार पर मुआवजा वितरण होना है. गोरेयाकोठी, महाराजगंज और भगवानपुर हाट अंचलों में भी सभी प्रक्रियाएं पूरी की जानी है. इन अंचलों में थोड़ी देर हो सकती है.