यूपी के रायबरेली जिले में कमालपुर बड़ैला गांव से बाहर सुनसान स्थान पर स्थित मंदिर परिसर में पुजारी की चाकू मारकर नृशंस हत्या कर दी गई। पुजारी का रक्तरंजित शव मंदिर परिसर में मिलने से सनसनी फैल गई।
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रायबरेली। यूपी के रायबरेली जिले में कमालपुर बड़ैला गांव से बाहर सुनसान स्थान पर स्थित मंदिर परिसर में पुजारी की चाकू मारकर नृशंस हत्या कर दी गई। पुजारी का रक्तरंजित शव मंदिर परिसर में मिलने से सनसनी फैल गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
इस गांव के बाहर सुनसान स्थान पर एक शिवालय है। जिसमें शिवलिंग के अलावा अन्य देवी देवताओं की मूर्तियां स्थापित हैं। इस मंदिर पर गांव के मेड़ईराम (65) पुत्र स्व. लोधई विगत करीब 12 वर्षों से रहकर पूजा पाठ करते थे। गांव में उनका घर है। किंतु उसमें उनके बेटे रहते हैं।
रविवार की सुबह गांव के लोग मंदिर की ओर गएं तो उन्हें पुजारी का खून से लथपथ शव पड़ा मिला। जिसे देखकर लोगों में सनसनी फैल गई। यह खबर फैलते ही मंदिर में ग्रामीणों की भारी भीड़ जमा हो गई। सूचना पाकर गांव पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। पुजारी की चाकू और किसी वजनदार लोहे की रॉड से पीट कर हत्या की गई थी।
थानाध्यक्ष जितेंद्र सिंह ने बताया कि पुजारी की हत्या की गई है। मामले में जांच जारी है। दूसरी ओर मृतक के बड़े बेटे फूल चंद्र ने बताया कि उनकी गांव में किसी से कोई रंजिश नहीं थी। जिसके कारण हत्या के कारणों का पता नहीं चल पा रहा है।
पत्नी की मौत के बाद बना था पुजारी
पुजारी मेड़ई राम के चार बेटे फूलचंद , अरुण , सोनू और चंदर हैं। करीब 12 साल पहले उसकी पत्नी की मौत हो गई थी। इसके बाद वह मंदिर में पूजा पाठ करने लगा था।
गांव के पुश्तैनी घर को उसने अपने चारों बेटों को दे दिया था, लेकिन उसका पुश्तैनी घर में भी आना-जाना बना रहता था। दिन में इधर-उधर घूमता रहता था, किंतु रात में वह मंदिर परिसर में ही सोता था।