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हरियाणाः किसान खेत में डाल रहे केचुए की खाद, कमा रहे भारी मुनाफा, खेतों की उर्वरा शक्ति भी बढ़ रही

By HO BUREAU 

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यमुनानगर। हरियाणा में किसान न सिर्फ लीक से हटकर खेती कर रहे हैं बल्कि खाद में भी नए-नए तरीके प्रयोग में ला रहे हैं। यमुनानगर जिले के छछरौली में किसान सुमित केचुए से खाद तैयार कर रहे हैं, जिससे हजारों किसानों को बड़ा फायदा हो रहा है। हरियाणा में केचुए की खाद खेतों में डालकर किसान न सिर्फ मोटा मुनाफा कमा रहे हैं बल्कि खेतों की उर्वरा शक्ति भी बेहतर हो रही है।

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इन दिनों यमुनानगर और उसके आसपास के जिलों में किसान केचुए की खाद का ज्यादा इस्तेमाल कर रहे हैं। छछरौली में किसान सुमित एक एकड़ में केचुए से खाद बना रहे हैं। उन्होंने बताया कि दो से तीन महीने के अंदर यह खाद तैयार हो जाती है। सबसे पहले गोबर को खुले में छोड़ा जाता है ताकि उसकी गैस निकल जाए। फिर इस पर पानी का छिड़काव किया जाता है ताकि यूरीन और खाद अलग-अलग हो सके।

इसके बाद इसे एक लाइन में लगाकर ऊपर से इस पर पराली डाली जाती है। कुछ दिन बाद ट्राली से हटकर यह खाद बन जाती है। उन्होंने बताया कि यह देसी खाद से लाख गुना बेहतर है। इससे धरती की उपजाऊ शक्ति भी बढ़ती है और फसल बर्बाद भी नहीं होती। किसान सुमित ने कहा कि इस खाद में 16 पौष्टिक तत्व होते हैं जिससे फसल और पॉपुलर जैसी पेड़ों को भी भारी फायदा होता है।

मुफ्त में हर महीने 10- 12 किसानों को दे रहे हैं ट्रेनिंग

फार्म पर खाद लेने आए किसान दीपक ने बताया कि वह इस खाद का 4 साल से इस्तेमाल कर रहे हैं। इसके फायदे देसी खाद से बहुत ज्यादा है। किसान सुमित बताते हैं कि नासिक से इसकी ट्रेनिंग लेकर आए थे। मुफ्त में हर महीने 10- 12 किसानों को इसकी ट्रेनिंग दे रहे हैं। किसान इस ट्रेनिंग से बेहद खुश भी हैं।

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