Advertisement
  1. हिन्दी समाचार
  2. बिहार
  3. बिहार में भारी बारिश से सुरक्षित जगहों पर पलायन कर रहे लोग, कई नदियां उफान पर

बिहार में भारी बारिश से सुरक्षित जगहों पर पलायन कर रहे लोग, कई नदियां उफान पर

By Rajni 

Updated Date

पटना। बिहार में लगातार हो रही बारिश से गंगा, गंडक, कोसी और बागमती समेत कई नदियां उफान पर हैं। नदियों के आसपास के इलाकों में कटाव का खतरा बना हुआ है। लोग अब सुरक्षित जगहों पर पलायन कर रहे हैं।

पढ़ें :- भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर को क्यों कहा जाता है जननायक, सभी लोगों के बीच थे लोकप्रिय, जानें उनके जीवन से जुड़ी बातें

मौसम विभाग ने बिहार के 10 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने रविवार को तेज बारिश को लेकर प्रदेश के 5 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। जबकि 5 अन्य जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है।

कैमूर का एकता चौक 15 मिनट की बारिश में जलमग्न हो गया। सड़कों पर पानी जमने लगा। जिससे उधर से गुजरने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीण और दुकानदारों ने बताया कि हल्की बारिश में ही मेन रोड पर भारी जलजमाव हो गया। मौसम विभाग ने किशनगंज, अररिया, मधेपुरा, पूर्णिया और कटिहार जिले में अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।

वहीं पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी और सुपौल जिले में भारी बारिश की संभावना को लेकर यलो अलर्ट जारी किया है। शनिवार को पटना सहित राज्य के 16 जिलों के 29 शहरों में झमाझम बारिश हुई। वहीं 22 जिलों के अधिकतम तापमान में वृद्धि दर्ज की गई। 8 जिलों के अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है।

बिहार और नेपाल में हो रही लगातार बारिश के बाद नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। इसके साथ ही कटाव भी तेज होने से नदी किनारे बसी आबादी पर खतरा बढ़ गया है। गंगा, गंडक, कोसी, बागमती समेत सारी नदियों की कमोबेश ऐसी ही स्थिति है।

पढ़ें :- दिल्ली में उमड़ा आस्था का सैलाबः सूर्यदेव व छठी मइया की पूजा-अर्चना के साथ धूमधाम से मना छठ पर्व, व्रतियों ने उगते सूर्य को दिया अर्घ्य

बेतिया के योगापट्टी और गोपालगंज के छह प्रखंडों में गंडक नदी का कटाव तेज होने से लोगों में दहशत है। योगापट्टी के सिसवां दलित बस्ती, मंगलपुर रखई और परती टोला गांव पर गंडक नदी के कटाव का खतरा मंडराने लगा है। कटाव से अब तक इन गांवों के दर्जनों किसानों की ईख की फसल सहित पूरा खेत नदी में समा चुका है।

Advertisement