रिंकू सिंह ने केकेआर को दिलाई जीत...आखिरी ओवर में 5 गेंदों पर लगाए 5 छक्के...रिंकू ने हारी हुई बाजी को अपने नाम किया...
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रिंकू सिंह ने किया कारनामा
रविवार की शाम अलीगढ़ के एक लड़के ने अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में ऐसा कारनामा कर दिया जिसने हर दर्शक को हैरतअगेज कर दिया….ना मुमकिन से मैच को मुमकिन कर दिया….स्टेडियम में मौजूद किसी को भी उम्मीद नहीं थी कि ऐसा कोई कारनामा आज उन्हें स्टेडियम में देखने को मिलेगा….दरअसल रविवार को कोलकाता नाइट राइडर्स और गुजरात टाइटंस के बीच मैच खेला गया…..आखिरी ओवर में केकेआर को 29 रन की जरूरत थी…यश दयाल गेंदबाजी कर रहे थे….पहली गेंद पर उमेश यादव ने एक रन लिया और रिंकू सिंह को स्ट्राइक दी…जिसके बाद अगली पांच गेंदों पर केकेआर को 28 रन की जरूरत थी…लेकिन जो हुआ वो सालों तक याद रखा जाएगा…..रिंकू सिंह ने अगली पांच गेंदों पर 5 छक्के जड़ कर केकेआर को हारी हुई बाजी जिता दी….
केकेआर को दिलाई जीत
केकेआर के मैच जीतने के बाद सोशल मीडिया पर रिंकू सिंह ट्रेड करने लगे…उन्हें बधाईयां मिलने वालों का ताता लग गया…किक्रेटर से लेकर बॉलीवुड के लोग रिंकू सिंह की वाह-वाही करने लगे….आखिर के ओवर में हर दर्शन के रोगटें खड़े हो गए थे….किसी को भी ऐसे मैच की उम्मीद नहीं थी…..रिंकू सिंह भी मैच के बाद भावुक हो गए और उन्होंने खुद के संघर्ष की कहानी बताई…..रिंकू सिंह एक बेहद गरीब परिवार से आते हैं…उन्हें केकेआर ने 55 लाख रुपये में शामिल किया था…25 साल के रिंकू पर कोलकाता फ्रेंचाइजी ने पहले भी काफी भरोसा जताया है…इसी के अटूट विश्वास और समर्थन का ही नतीजा है कि रिंकू ने अपने दम पर मैच निकालकर दिया…रिंकू के पिता सिलेंडर डिलीवरी करते हैं….2015-2016 सीजन के दौरान जब रिंकू के परिवार पर 5 लाख रूपये का कर्ज था…तब रिंकू ने यूपी के अंडर-19 टीम से खेलना शूरू किया था…और अपने कमाई से बचत करना शुरू कर दिया था….रिंकू ने झाडू और पोछा लगाने की नौकरी भी की….इन सभी बातों को याद कर रिंकू बताते हैं ‘कि मेरे पिता ने बहुत संघर्ष किया है…मैं एक किसान परिवार से आता हूं…मैंने जो भी गेंद मैदान से बाहर मारी वह उन लोगों को समर्पित है जिन्होंने मेरे लिए इतना त्याग किया’….
कहते हैं कि जब आप पूरी मेहनत और सूझ-बूझ से अपनी मंजिल पाने की कोशिश करते हैं तो उसका नतीजा भी बहुत मीठा होता है….फिलहाल रिंकू ने एक नया इतिहास लिख दिया है……