आज यूपी में कोई भी अपराधी स्वच्छंद नहीं, या तो जेल में है या फिर मारा गया. सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति और पुलिस की सक्रियता का परिणाम है कि आज उत्तर प्रदेश में संगठित अपराध खत्म हो गया है
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पुलिस स्मृति दिवस पर शहीदों को नमन करने के साथ ही सीएम योगी आदित्यनाथ कानून से खिलवाड़ करने वालों पर जमकर गरजे.उन्होंने कहा कि आज यूपी में कोई भी अपराधी स्वच्छंद नहीं, या तो जेल में है या फिर मारा गया. अपराध और अपराधियों के खिलाफ सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति और पुलिस की सक्रियता का परिणाम है कि आज उत्तर प्रदेश में संगठित अपराध समाप्त हो गया है. प्रदेश में महिलाएं- बालिकाएं, कमजोर वर्ग और व्यापारी आज सुकून से हैं. हर पर्व-त्योहार शांति और सौहार्द के बीच सम्पन्न हो रहा है. समाज में समरसता हैं .
इस मौके पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ पुलिस लाइन पहुंचकर शोक परेड की सलामी ली और 263 पुलिसकर्मियों और अद्र्धसैनिक बलों के जवानों को श्रद्धांजलि दी. सीएम योगी ने पुलिस कल्याण से जुड़े कई ऐलान किए. इनमें पुलिसकर्मियों को अब साइकिल भत्ते की जगह 500 रुपए मोटरसाइकिल भत्ता और चिकित्सा खर्च प्रतिपूर्ति को आसान बनाते हुए पांच लाख रुपए तक के मेडिकल खर्च को डीजीपी द्वारा स्वीकृत किए जाने की घोषणा शामिल है.
ड्यूटी पर शहीद पुलिस कर्मियों की सहायता राशि हुई पचास लाख
मुख्यमंत्री योगी ने ‘श्रीमद्भगवतगीता में वर्णित “हतो वा प्राप्स्यसि स्वर्गं जित्वा वा भोक्ष्यसे महीम्।” के महान संदेश का उल्लेख करते हुए कहा कि हमारे वीर जवानों ने गीता से महान प्रेरणा लेते हुए देश और प्रदेश की बाह्य और आंतरिक सुरक्षा सुदृढ़ रखने के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है. आज का दिन उनके इसी निष्ठा के प्रति कृतज्ञता प्रकट करने का है. उन्होंने कहा कि 2021-22 में उत्तर प्रदेश के 07 जांबाज पुलिसकर्मी कर्तव्य की वेदी पर शहीद हो गए. शहीदों को नमन करते हुए मुख्यमंत्री शहीद पुलिसकमियों के आश्रितों को आश्वस्त किया कि सरकार पूरी संवेदनशीलता के साथ उनकी हर संभव मदद करेगी.प्रदेश सरकार ने पुलिस ड्यूटी के दौरान जान गंवाने वाले पुलिस कर्मी को 25 लाख की जगह 50 लाख अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है. वहीं कोमा में जाने पर असाधारण पेंशन देने का निर्णय लिया है.