कारगिल के द्रास इलाके में जामिया मस्जिद में लगी भीषण आग ने इमारत को पूरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया. बाद में आग पर काबू पा लिया गया लेकिन इससे मस्जिद को भारी नुकसान हुआ है.
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Jammu-Kashmir news: जम्मू-कश्मीर में हुआ भीषण हादसा, कारगिल जिले के द्रास में स्थित सेंट्रल जामिया मस्जिद में बुधवार शाम भीषण आग लगने से वह पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है। इससे वहां अफरा-तफरी मच गई। तत्काल दमकल विभाग को सूचना भेजी गई। बाद में बड़ी मुश्किल से आग पर काबू पाया जा सका। सूत्रों के मुताबिक जब आग लगी तो मस्जिद में आग बुझाने के यंत्र नहीं थे, जिससे आग भड़क गई। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
तस्वीरों और वीडियो में देखा जा सकता है कि आग काफी भयंकर थी. आग लगने के कारणों को अभी पता नहीं चल पाया है.
Saddened to hear about the unfortunate fire incident in one of the oldest masjid in #Drass.
Drass is a sensitive region but what is more unfortunate is that there is no single fire service.Such incidents have happened in past also but UT admin has not learn anything. pic.twitter.com/GxnNNN2lGy— Sajjad Kargili | سجاد کرگلی (@SajjadKargili_) November 16, 2022
बता दें कि, दमकल विभाग को जामिया मस्जिद में आग लगने की सूचना मिली थी। मौके पर दमकल विभाग की गाड़ियां भेजी गईं। वहां काफी मशक्कत के बाद सेना, पुलिस और आपातकालीन विभाग की मदद से आग को बुझाया जा सका। आग में पूरी मस्जिद जलकर राख हो गई है। उन्होंने बताया कि आग से किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। आग लगने के कारणों का पता लगाया जा रहा है।
अध्यक्ष/मुख्य कार्यकारी पार्षद (सीईसी) लद्दाख स्वायत्त पहाड़ी विकास परिषद कारगिल, फिरोज अहमद खान ने मस्जिद को हुए नुकसान पर दुख व्यक्त किया। कहा, लद्दाख का अग्निशमन और आपातकालीन विभाग आग की घटनाओं में लोगों की संपत्तियों की रक्षा करने में विफल रहा है। वित्त पोषण के बावजूद विभाग सब-डिवीजन स्तर पर दमकल सेवा प्रदान नहीं कर सका। उन्होंने उच्च अधिकारियों से अपील की कि लद्दाख में सब-डिवीजनल स्तर पर एक फायर ब्रिगेड यूनिट स्थापित की जाए।
पॉलिटिकल एक्टिविस्ट सज्जाद कारगिली ने ट्वीट करते हुए लिखा कि द्रास की सबसे पुरानी मस्जिद में से एक में दुर्भाग्यपूर्ण आग की घटना के बारे में सुनकर दुख हुआ. द्रास एक संवेदनशील क्षेत्र है लेकिन इससे भी ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण यह है कि यहां एक भी दमकल सेवा नहीं है. ऐसी घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं लेकिन केंद्र शासित प्रशासन ने कुछ नहीं सीखा.