यूपी के गाजीपुर जिले में टायर पंक्चर बनाने वाले मिस्त्री की गला काटकर हत्या कर दी गई। हत्या करने के बाद सिर को धड़ से अलग कर लाश को ठिकाने लगा दिया गया। रोंगटे खड़ी कर देने वाली यह वारदात करंडा थाना क्षेत्र के वेलासी गांव के पास हुई। मृतक शाकिब शहर कोतवाली क्षेत्र के नूरुद्दीन पूरा मुहल्ले का रहने वाला था।
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गाजीपुर। यूपी के गाजीपुर जिले में टायर पंक्चर बनाने वाले मिस्त्री की गला काटकर हत्या कर दी गई। हत्या करने के बाद सिर को धड़ से अलग कर लाश को ठिकाने लगा दिया गया। रोंगटे खड़ी कर देने वाली यह वारदात करंडा थाना क्षेत्र के वेलासी गांव के पास हुई। मृतक शाकिब शहर कोतवाली क्षेत्र के नूरुद्दीन पूरा मुहल्ले का रहने वाला था।
दिल दहला देने वाली इस दुस्साहसिक वारदात ने पुलिस को सोचने पर मजबूर कर दिया है। करंडा थाना क्षेत्र के गांधी नदी पुल के करीब स्थित बेलासी गांव के पास से रविवार की शाम करीब 3 बजे गांव के कुछ लोग गुजर रहे थे। इस दौरान लोगों ने देखा कि किसी व्यक्ति का शव खून से लथपथ पड़ा हुआ है। यह खबर पूरे गांव में फैल गई। मौके पर ग्रामीणों की भीड़ जुट गई।
बाद में मौके पर पुलिस पहुंची। मृतक की उम्र करीब 40 वर्ष के आसपास थी। उसका सिर धड़ से अलग था। देखने से लग रहा था कि किसी ने धारदार हथियार से उसके गले को काटकर उसे मौत के घाट उतारा है। घटना की सूचना मिलने के बाद एएसपी सीटी समेत सीओ सिटी व करंडा थाने की फोर्स मौके पर पहुंची। काफी प्रयास के बाद शव की पहचान हुई। पुलिस ने तत्काल शहर कोतवाली से संपर्क साधा और मृतक के घर पर पहुंची।
जमानियां मोड़ पर था टायर पंक्चर बनाने की दुकान
घर वालों से काफी देर तक पुलिस अधिकारियों ने बात की लेकिन कोई ऐसा पुख्ता सुराग हाथ नहीं लगा। जिसके माध्यम से हत्या के कारणों का खुलासा किया जा सके। मृतक के पुत्र साहिब ने बताया कि वह अपने पिता के साथ जमानियां मोड़ पर स्थित टायर पंक्चर की दुकान पर काम करता है। उसके पिता ने उससे कहा कि वह किसी काम से जा रहे हैं, शाम तक लौट आएंगे।
मृतक के बेटे ने बताया कि रात 8 बजे के बाद उसके पिता का मोबाइल स्विच ऑफ हो गया था। कई बार फोन लगाने पर भी उसकी बात नहीं हो पाई। एसपी ओमवीर सिंह के निर्देश पर फॉरेंसिक जांच टीम घटनास्थल पर पहुंची। पुलिस के अनुसार शाकिब बिहार प्रांत का रहने वाला था लेकिन वर्षों पूर्व वह गाजीपुर जिले में आ गया था और नूरुद्दीन पूरा मुहल्ले में मकान बनवाकर यहीं कारोबार करने लगा था।
परिजनों के अनुसार करंडा में शाकिब का कोई परिचित नहीं था। ऐसे में करंडा क्षेत्र में उसका जाने का कोई प्रश्न ही नहीं उठता है। अब पुलिस यह सुराग लगाने में जुट गई है कि आखिरकार शाकिब के हत्यारे करंडा क्षेत्र के रहने वाले हैं या फिर शहर कोतवाली इलाके के। पुलिस सूत्रों के अनुसार मृतक के मोबाइल नंबर को सर्विलांस के माध्यम से ट्रेस किया जा रहा है।
उसके मोबाइल के लोकेशन के बारे में जानकारी हासिल की जा रही है। एएसपी सिटी ज्ञानेंद्र प्रसाद ने बताया कि हत्या के कारणों का पता लगाया जा रहा है। बहुत जल्द ही पुलिस किसी नतीजे तक पहुंच जाएगी।