नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने 22 सितंबर को राष्ट्रीय नेतृत्व के गहन प्रभाव पर विचार करते हुए कहा कि “नाम में बहुत कुछ होता है, ‘नर’ और ‘इंद्र’, के मिलने से बने ‘नरेन्द्र’ नाम ने सब कुछ संभव कर दिया है।” आवास विकास में की गई महत्वपूर्ण प्रगति की