हिमाचल प्रदेश में कई जगहों पर बारिश ने तबाही मचा दी। हमीरपुर में सुजानपुर के खैरी में रविवार को बादल फटने से पांच घरों में मलबा घुस गया। जबकि कुल्लू-मंडी-रामपुर में बाढ़ से कई जगहों पर सड़कों के कट जाने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया।
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शिमला। हिमाचल प्रदेश में कई जगहों पर बारिश ने तबाही मचा दी। हमीरपुर में सुजानपुर के खैरी में रविवार को बादल फटने से पांच घरों में मलबा घुस गया। जबकि कुल्लू-मंडी-रामपुर में बाढ़ से कई जगहों पर सड़कों के कट जाने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया।
बारिश के दौरान कांगड़ा के नगरोटा बगवां के उपरली मझेटली में बिजली गिरने से मां और बच्चे झुलस गए। मंडी के सराज की तुंगधार और कुल्लू की मौहल खड्ड में बाढ़ से एक दर्जन वाहन बह गए और कई घर क्षतिग्रस्त हो गए। मंडी के शिकारी देवी में शनिवार रात 200 लोग घरों में फंस गए थे, जिन्हें छह घंटे बाद निकाला गया।
कालका-शिमला रेलवे ट्रैक पर पत्थर गिरने से ट्रेनें रद्द
प्रदेशभर में 85 सड़कें बंद हो गईं हैं। 55 बिजली के ट्रांसफार्मरों को नुकसान पहुंचा है। उधर, कालका-शिमला रेलवे ट्रैक पर जगह-जगह पहाड़ियों से पत्थर, मलबा और पेड़ गिरने से दूसरे दिन भी सभी ट्रेनें रद्द हो गईं। प्रदेश में मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने सोमवार को ऑरेंज और मंगलवार के लिए येलो अलर्ट जारी किया है।
भारी बारिश के चलते सोलन की मांगल पंचायत में 22 बकरियां एक नाले में बह गईं, जिनमें से छह की मौत हो गई। प्रदेश के कई इलाकों में बिना बिजली-पानी के दुश्वारियां बढ़ गई हैं। बिलासपुर के बरठीं बाजार में घरों और दुकानों में पानी घुस गया। बंजार के 10 गांवों में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई है।
जोगिंद्रनगर के पीपली-बढोण सड़क पर शनिवार रात समखेतर नाले में बाढ़ से पुल बह गया, जिससे कई गांवों का संपर्क टूट गया। बगस्याड़ में पहाड़ धंसने से एक मकान और दो गाड़ियां मलबे में दब गईं।
कालका-शिमला नेशनल हाईवे पांच पर भी परवाणू से कुमारहट्टी के बीच कई जगह पत्थर और मलबा सड़क पर आने से यातायात वनवे रहा। दाड़लाघाट, कुनिहार, सुबाथू समेत अन्य जगहों पर पेड़ गिरने से रास्ते बंद हो गए हैं। जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।