पीडब्ल्यूडी मंत्री आतिशी ने अधिकारियों के साथ नांगलोई मेट्रो से टीकरी बॉर्डर के बीच की सड़क के रिडिजाइनिंग प्लान पर समीक्षा बैठक की। पीडब्ल्यूडी मंत्री आतिशी के निर्देश पर इंजीनियर यहां एक्सपर्ट्स के साथ सर्वे कर इस पूरे रोड स्ट्रेच के रिडिजाइनिंग का विस्तृत प्लान तैयार कर रहे हैं।
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नई दिल्ली। पीडब्ल्यूडी मंत्री आतिशी ने अधिकारियों के साथ नांगलोई मेट्रो से टीकरी बॉर्डर के बीच की सड़क के रिडिजाइनिंग प्लान पर समीक्षा बैठक की। पीडब्ल्यूडी मंत्री आतिशी के निर्देश पर इंजीनियर यहां एक्सपर्ट्स के साथ सर्वे कर इस पूरे रोड स्ट्रेच के रिडिजाइनिंग का विस्तृत प्लान तैयार कर रहे हैं।
बैठक में मंत्री आतिशी ने इसकी प्रगति की जांच की। बता दें कि पिछले महीने पीडब्ल्यूडी मंत्री ने इस रोड स्ट्रेच का ऑन-ग्राउंड निरीक्षण किया था। वहां बहुत समस्याएं पाई थीं। ऐसे में उन्होंने अधिकारियों को फटकार लगाते हुए तुरंत इस पूरे सड़क को रिडिजाइन करने और सभी समस्याओं को दूर करने के निर्देश दिये थे।
सड़क पर जलजमाव की समस्या दूर करने के दिए निर्देश
पीडब्ल्यूडी मंत्री ने अधिकारियों की निर्देश दिए कि मौजूदा ड्रेनेज सिस्टम के पुराने होने और इसके आउटफ़ॉल के ठीक न होने के कारण सड़क पर जलजमाव की समस्या होती है। जलजमाव के कारण सड़कें क्षतिग्रत होती हैं। जिससे आवाजाही करने वाले लोगों को समस्या होती है। ऐसे में इंजीनियर्स यहां मौजूदा ड्रेन के रिडिजाइन व रिपेयरिंग पर मुख्य फोकस रखें और इस समस्या को दूर करें। बता दें कि ड्रेन के रिडिजाइनिंग के पश्चात यहां आसपास की कॉलोनियों की भी फ़ायदा होगा।
मंत्री आतिशी ने कहा कि टीकरी बॉर्डर से नांगलोई मेट्रो स्टेशन के बीच की सड़क रोहतक रोड पर एक महत्वपूर्ण स्ट्रेच है और आगे जाकर ये सड़क रिंग रोड पर भी मिलती है। ऐसे में रोज़ाना यहां से लाखों वाहनों की आवाजाही होती है। ऐसे में सड़क पर मौजूद अवरोधों को दूर करते हुए रिकॉरपेटिंग-ब्लैक टॉपिंग के ज़रिए सड़क को सुदृढ़ किया जाए ताकि लोगों को ट्रैफिक की समस्या से निजात मिले।
मंत्री ने कहा कि सड़क के रिडिजाइनिंग के बाद नांगलोई, मुण्डका, घेवरा व टीकरी क्षेत्र के दर्जनों कॉलोनियों में रहने वाले लोगों को तो फ़ायदा मिलेगा ही, साथ ही हरियाणा से दिल्ली के बीच आवाजाही करने वालों को भी ट्रैफिक से निजात मिलेगी।