छत्तीसगढ़ में नकली सोना देकर लाखों की ठगी करने वाले अंतर्राज्यीय ठग को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
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रायपुर। छत्तीसगढ़ में नकली सोना देकर लाखों की ठगी करने वाले अंतर्राज्यीय ठग को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पीड़िता गोपा शर्मा निवासी पं. दीनदयाल उपाध्याय नगर के घर विगत दो साल से एक साधु संत आदेश दास उदासी आया करते थे।
संत आदेश दास उदासी पीड़िता के उज्जवल भविष्य हेतु सिद्ध किये हुए रूद्राक्ष, तांबे के सिक्के इत्यादि दिया करते थे। इसको एवज में पीड़िता भी उन्हें आर्थिक मदद करती थी। इस प्रकार विगत दो वर्षों में संत आदेश दास उदासी ने पीड़िता का विश्वास अर्जित कर लिया था।
नकली सोना देकर ठगा था 15 लाख
6 मार्च 2023 को संत आदेश दास ने पीड़िता के मोबाइल फोन पर बोला कि उनके गुरुजी जो 106 वर्ष के थे, उनकी मृत्यु पश्चात छोटे गुरुजी को उनका सोने का आभूषण मिला है, जिन्हें वे आपके पास रखवाना चाहते हैं। कहा कि बदले में आश्रम के जीर्णोंधार हेतु आप तत्काल 15 लाख नगद दे दें।
18 मार्च 2023 को नागपुर जाकर आदेश दास उदासी ने पीड़िता को एक लाल कपड़े में लिपटा दो सोने के बिस्कुट्स दिखाया तथा बताया कि प्रत्येक बिस्कुट लगभग 1-1 किलो के हैं। पीड़िता ने 15 लाख नगद देकर दोनों बिस्कुट्स लेकर अपने पति के साथ वापस रायपुर आ गई।
दूसरे दिन संत आदेश दास उदासी ने पीड़िता को फोन कर कहा कि 10 दिनों तक उक्त स्वर्ण बिस्कुट की सिद्धि करना है। अतः कपड़े से बाहर नहीं खोलना तो पीड़िता ने वैसे ही किया।
पीड़िता को संदेह होने पर बिस्कुट की सत्यता का परीक्षण कराया तब ज्ञात हुआ कि संत आदेश दास उदासी द्वारा दिया गया बिस्कुट सोने का नहीं है। ठगी की उक्त घटना को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने गंभीरता से लिया। टीम ने राजस्थान के गोविंदगढ़ से आरोपी संत आदेश दास उदासी उर्फ भगत सिंह उर्फ भक्ति सिंह को गिरफ्तार कर लिया।