अतीक को बेटे का आखिरी बार दिदार करने तक का मौका नहीं मिला.....असद को दफनाने को लेकर यूपी पुलिस की पूरी व्यवस्था कर रखी थी....पुलिस को शाइस्ता की आने की खबर मिली थी
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अतीक को सता रहा मौत का डर
चंद रोज पहले तक उसका नाम सुनने भर से लोगों की पेशानियों पर बल पड़ जाते थे। माथे पर पसीने की बूंदे लहराने लगती थी….लोगों की जुबान कंपकंपा जाती थी…..वक्त की मार देखिए कि आज वो खुद इन हालातों में है कि उसे अपने मारे जाने का खौफ सता रहा है। हम बात कर रहे हैं पूर्वोत्तर के उस माफिया डॉन की जिसका सिक्का सिर्फ पूर्वोत्तर ही नहीं बल्कि बिहार और नेपाल तक में चलता नहीं दौड़ता था। अतीक अहमद नाम का वो माफिया जहां बेटे के एनकाउंटर से गमजदा है, वहीं उसे अपने मारे जाने का भी खौफ सता रहा है। अतीक अहमद खून के आंसू रो रहा है….उसके जिगर का टुकड़ा असद पुलिस मुठभेड़ में मारा जा चुका है।बेटे की लाश पर मातम भी न मना सका अतीक…..कलेजे के टुकड़े को आखिरी सफर में कंधा तक नहीं दे पाया माफिया डॉन। असद को प्रयागराज के कसारी मसारी में दफनाया गया…इसके साथ ही गुलाम को भी दफनाया गया…..इस दौरान जनाजे में नाना और मौसा शामिल हुए…..अतीक को बेटे का आखिरी बार दिदार करने तक का मौका नहीं मिला…..असद को दफनाने को लेकर यूपी पुलिस की पूरी व्यवस्था कर रखी थी….पुलिस को शाइस्ता की आने की खबर मिली थी… लेकिन शाइस्ता आखिरी बार अपने बेटे असद का चेहरा देखने नहीं आई…….
अतीक के करीबियों को भेजा समन
उधर अतीक अहमद से पुलिस रिमांड में कई सवाल पूछे गए….लेकिन माफिया अतीक अहमद की हेकड़ी कम नहीं हो रही….रिमांड के दौरान अतीक अहमद उल्टा पुलिस से ही सवाल पूछने लगा कि उसका वो मोबाइल कहां है ? जिससे वह साबरमती जेल के अंदर से बात कर रहा था….अतीक का कहना था कि अगर जिस किसी मोबाइल से वो और अशरफ बात करते थे…तो वह मोबाइल उसे दिखा दिया जाएगा तो सारे सवालों के जवाब दे देगा…वहीं अतीक अहमद मामले में ईडी ने अतीक के करीबियों को समन भेजा है…करीबियों पर आर्थिक मदद देने का आरोप लगा है…….अतीक अहमद के करीबी असाद कालिया और उसका भाई फैजान को गिरफ्तार किया गया है….कई मामलों में फरार चल रहा था असाद कालिया…असाद पर 25 हजार का ईनाम घोषित था….वहीं असद के इनकाउंटर पर अशरफ ने कहा कि अल्लाह की देन थी…अल्लाह ने ले लिया….
जाति के नाम पर सरकार कर रही भेदभाव
असद अहमद के एनकाउंटर पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि हम किसी भी अपराधी के साथ नहीं है लेकिन जाति के नाम पर सरकार भेदभाव कर रही है…..इससे पहले अखिलेश ने कहा था कि बीजेपी सरकार भाईचारा खत्म करना चाहती है…