दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा है कि यह चौंकाने वाली बात है कि इस शैक्षणिक वर्ष में दिल्ली सरकार के स्कूलों में छात्र पंजीकरण की संख्या 30339 से कम हो गई है।
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नई दिल्ली। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा है कि यह चौंकाने वाली बात है कि इस शैक्षणिक वर्ष में दिल्ली सरकार के स्कूलों में छात्र पंजीकरण की संख्या 30339 से कम हो गई है।
श्री सचदेवा ने कहा कि जाने-माने शिक्षाविद् आशोक अग्रवाल द्वारा दायर एक आरटीआई के जवाब से पता चला है कि 2023-24 में दिल्ली सरकार के स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों की संख्या 17,58,385 रह गई है। जबकि 2022-23 में यह संख्या 17, 89,385 थी। श्री सचदेवा ने कहा कि स्कूलों में छात्र पंजीकरण में आई कमी का दिल्ली सरकार का खुद का आरटीआई जवाब शिक्षा मानकों पर अरविंद केजरीवाल सरकार के बड़े-बड़े दावों की पोल खोलता है।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि दिल्लीवासियों को शिक्षा मंत्री आतिशी से उम्मीद है कि वह बताएंगी कि इस तथ्य के बावजूद कि हर साल सभी स्कूलों में छठी कक्षा में एक नई कक्षा में दाखिला होता है, छात्रों की संख्या क्यों कम हो गई है।
लगभग 1 लाख छात्रों ने सरकारी स्कूलों को छोड़ाः वीरेंद्र सचदेवा
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा है कि वास्तव में ग्यारहवीं कक्षा के स्तर पर लगभग 1 लाख छात्रों ने सरकारी स्कूलों को छोड़ दिया है क्योंकि इनमें से अधिकांश स्कूलों में विज्ञान और वाणिज्य नहीं पढ़ाया जाता है, जिससे माता-पिता अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों से निकालकर महंगे निजी स्कूलों में डालने के लिए मजबूर होते हैं।