वेतन विसंगतियों को दूर करने के साथ ही अन्य मांगों को लेकर कोरबा जिले के स्वास्थ्य कर्मचारी बुधवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। अपनी मांगों को लेकर उनके द्वारा पिछले लंबे समय से पत्राचार किया जा रहा था लेकिन सरकार द्वारा गंभीरता नहीं दिखाए जाने पर उन्हें आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ा।
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कोरबा। वेतन विसंगतियों को दूर करने के साथ ही अन्य मांगों को लेकर कोरबा जिले के स्वास्थ्य कर्मचारी बुधवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। अपनी मांगों को लेकर उनके द्वारा पिछले लंबे समय से पत्राचार किया जा रहा था लेकिन सरकार द्वारा गंभीरता नहीं दिखाए जाने पर उन्हें आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ा।
वेतन संबंधी समस्या का जल्द से जल्द निराकरण करने की मांग
कोरबा जिले की सरकारी स्वास्थ्य सुविधाएं ठप हो गई हैं। क्योंकि स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी अपनी पांच सूत्री मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। धरने पर बैठे स्वास्थ्य कर्मचारियों का कहना है कि उनकी वेतन संबंधी समस्या का जल्द से जल्द निराकरण किया जाए।
कोरोना कल के दौरान सरकार द्वारा प्रस्तावित भत्ते का जल्द से जल्द भुगतान किया जाए। अतिरिक्त कार्य करने के साथ ही अवकाश के दिन भी काम करने की स्थिति में उन्हें अतिरिक्त भुगतान दिया जाए। स्वास्थ्य कर्मचारियों का कहना है कि समय के साथ ही मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है लेकिन कर्मचारियों की भर्ती में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई। जिसके कारण उन्हें काम करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
सरकार मांगों को लेकर गंभीर नहीं
यही वजह है कि हेल्थ सेटअप रिवाइज कर कर्मचारियों व अधिकारियों की संख्या में वृद्धि की जाए। साथ ही स्वास्थ्य कर्मचारियों पर होने वाले हिंसात्मक घटनाओं में आरोपियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाए। आंदोलन के दौरान स्वास्थ्य कर्मियों ने स्पष्ट कर दिया है कि जब तक उनकी मांगों को लेकर सरकार गंभीरता नहीं दिखाएगी तब तक उनका प्रदर्शन जारी रहेगा। 24 घंटे ड्यूटी करने के बाद भी जिस इस तरह उन्हें नजरअंदाज किया जा रहा है। वह गंभीर है। जिसका बुरा प्रभाव स्वास्थ्य सेवाओं पर पड़ेगा।