7 मार्च को महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने शिक्षा मंत्रालय और यूनीसेफ के साथ मिलकर औपचारिक शिक्षा या कौशल प्रणाली की तरफ किशोरियों को वापस स्कूल लाने के लिये ‘कन्या शिक्षा प्रवेश उत्सव’ अभियान का शुभारंभ किया।
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नई दिल्ली, 08 मार्च। केंद्र सरकार ने कोरोना और अन्य कारणों के चलते स्कूल छोड़ चुकी 11 से 14 साल की बालिकाओं को फिर से स्कूली शिक्षा में जोड़ने के लिए कन्या शिक्षा प्रवेश उत्सव अभियान शुरू किया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को इस अभियान को एक अनुकरणीय प्रयास बताते हुये कहा कि ये अधिक से अधिक लड़कियों के लिए शिक्षा हासिल सुनिश्चित करेगा।
On the occasion of #IWD2022, @MinistryWCD in partnership with @EduMinOfIndia has undertaken ‘Kanya Shiksha Pravesh Utsav’ – a mission to integrate out of school adolescent girls back into the school system as a part of Beti Bachao, Beti Badhao program. pic.twitter.com/E8AQzmRqdb
— Smriti Z Irani (@smritiirani) March 8, 2022
केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति जूबिन इरानी के एक ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि एक अनुकरणीय प्रयास जो सुनिश्चित करेगा कि अधिक लड़कियों को शिक्षा प्राप्ति का आनंद मिले। आइए हम सब एक राष्ट्र के रूप में एक साथ आएं और इस आंदोलन को सफल बनाएं।
भारत भर में लड़कियां एक बेहतर दुनिया बनाने के लिए जबरदस्त कदम उठा रही हैं।
आइए हम उनकी आकांक्षाओं को बढ़ावा दें और उन्हें सभी संसाधन उपलब्ध कराने का संकल्प लें।#KanyaShikshaPraveshUtsav #AzadiKaAmritMahotsav#InternationalWomensDay #IWD@smritiirani @MinistryWCD pic.twitter.com/MqfyoLTTEK
— UNICEF India (@UNICEFIndia) March 8, 2022
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने शिक्षा मंत्रालय और यूनीसेफ के साथ मिलकर औपचारिक शिक्षा/कौशल प्रणाली की तरफ किशोरियों को वापस स्कूल लाने के लिए आज यहां एक अभूतपूर्व अभियान ‘कन्या शिक्षा प्रवेश उत्सव’ का शुभारंभ किया।
बतादें कि 7 मार्च को महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने शिक्षा मंत्रालय और यूनीसेफ के साथ मिलकर औपचारिक शिक्षा या कौशल प्रणाली की तरफ किशोरियों को वापस स्कूल लाने के लिये ‘कन्या शिक्षा प्रवेश उत्सव’ अभियान का शुभारंभ किया। स्कूलों में 11-14 आयु वर्ग की लड़कियों का पंजीकरण बढ़ाना और उन्हें स्कूल में कायम रखना ही इस अभियान का उद्देश्य है। इसका लक्ष्य स्कूल छोड़ने वाली 4 लाख से अधिक किशोरियों को ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ सहित अन्य योजनाओं का लाभ देना है।
Ministry of Women And Child Development In Partnership With Ministry Of Education and UNICEF Launches Campaign ‘Kanya Shikhsa Pravesh Utsav’To Bring Back Out of School Adolescent Girls To The Formal Education
⏩https://t.co/z5K7B13Iiy@smritiirani @EduMinOfIndia @UNICEFIndia pic.twitter.com/LdSG5Ql7UK
— PIB WCD (@PIBWCD) March 7, 2022