कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) का कहना है कि अक्षय तृतीया के दिन देशभर में करीब 15 हजार करोड़ रुपये के जेवर बिके हैं।
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नई दिल्ली, 03 मई। लगातार दो अक्षय तृतीया घरों में गुजारने के बाद इस साल लोगों ने जमकर खरीदारी की। देशभर के सर्राफा बाजार में मंगलवार सुबह से भारी गहमागहमी देखने को मिली। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) का कहना है कि अक्षय तृतीया के दिन देशभर में करीब 15 हजार करोड़ रुपये के जेवर बिके हैं।
अक्षय तृतीया पर देशभर के सर्राफा बाजार में भीड़
कैट ने कहा है कि पिछले दो साल कोरोना संकट और देशव्यापी लॉकडाउन के बाद इस अक्षय तृतीया पर देशभर के सर्राफा बाजार में भीड़ रही। इस बार सर्राफा कारोबारियों ने बड़ा व्यापार किया है। अक्षय तृतीया पर ग्राहकों को लुभाने के लिए ज्वेलर्स ने हल्की ज्वेलरी की अच्छी रेंज बाजार में उतारी और बेहतर कारोबार किया। देश के ज्वेलरी व्यापार के शिखर संगठन ऑल इंडिया ज्वेलर्स एंड गोल्डस्मिथ फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज अरोड़ा और कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने संयुक्त बयान में कहा कि दो साल बाद देशभर में सोने और चांदी का लगभग 15 हजार करोड़ रुपये व्यापार हुआ। साल 2019 में अक्षय तृतीया पर सोना 32,700 रुपये प्रति 10 ग्राम और चांदी 38,350 रुपये प्रति किलोग्राम थी। इस साल अक्षय तृतीया के 5 दिन पहले सोना 53 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम और चांदी 66,600 रुपये प्रति किलोग्राम के आसपास चला गया। इसके बावजूद लोगों ने जमकर खरीदारी की।
गौरतलब है कि अक्षय तृतीया को भारत में सोना-चांदी खरीदना बहुत शुभ दिन माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन सोना-चांदी खरीदने से घर एवं व्यापार में बरक्कत होती है। अक्षय तृतीया का दिन सोने-चांदी का व्यापार करने वालों के लिए भी शुभ होता है। पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक इसी दिन भगवान शिव ने कुबेर को खजाने का मालिक और माता लक्ष्मी को धन की देवी होने का आशीर्वाद दिया था।