How To Control Thyroid: हम कैसे जीते हैं, इसका हमारी वेल-बीइंग पर काफी प्रभाव पड़ता है. यहां थायराइड की समस्याओं का नेचुरल तरीके से इलाज करने के लिए कुछ घरेलू उपाय बताए गए हैं.
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How To Control Thyroid: तितली के आकार की थायरॉयड ग्रंथि शरीर की अधिकांश मेटाबॉलिक प्रोसेस को नियंत्रित करती है. थर्मोरेग्यूलेशन, हार्मोनल फंक्शन और वजन का नियंत्रण इस ग्रंथि के कुछ महत्वपूर्ण कार्य हैं. थायरॉयड वैसे तो आज के समय की एक आम समस्या है, लेकिन यह अधिकांश लोगों में देखने को मिल रही है। भारत में तो लाखों लोग इस बीमारी से पीड़ित हैं. हालांकि जो लोग थायरॉयड की समस्या से पीड़ित हैं, वे इस समस्या से निपटने के लिए कुछ घरेलू उपचार का सहारा ले सकते हैं .यराइड को जड़ से खत्म करने के
आमतौर पर थायराइड में दो तरह की समस्याएं देखने को मिलती है जिसमें एक है हाइपोथायरायिज्म और दूसरा है हाइपरथायरायडिज्म.
हाइपोथायरायडिज्म को अंडरएक्टिव थायराइड कहा जाता है. यह तब होता है जब किसी व्यक्ति में थायराइड हार्मोन की अपर्याप्त मात्रा होती है. वहीं पर हाइपरथायरायडिज्म जिसे अति सक्रिय थायरॉड कहा जाता है तब होता है जब शरीर बहुत अधिक मात्रा में थायराइड हार्मोन का उत्पादन करता है. हाइपोथायरायडिज्म की स्थिति में लोग मोटे होने लगते हैं.
1. सेब का सिरका
सेब का सिरका हार्मोन के संतुलित उत्पादन में मदद करता है. यह मेटाबॉलिज्म में सुधार करता है और शरीर के वातावरण को क्षारीय करने में मदद करता है. सेब का सिरका शरीर की चर्बी को नियंत्रित करने, शरीर से विषाक्त पदार्थों को दूर करने और पोषक तत्वों के अवशोषण में मदद करता है. सेब के सिरके को शहद के साथ पानी में मिलाकर रोज सुबह लिया जा सकता है.
2. अदरक
यह थायराइड के लिए सबसे आसान घरेलू उपचारों में से एक है क्योंकि यह आसानी से उपलब्ध है. अदरक पोटेशियम और मैग्नीशियम जैसे आवश्यक खनिजों में समृद्ध है और सूजन से निपटने में मदद करता है, जो थायराइड की समस्याओं के प्राथमिक कारणों में से एक है.
3. विटामिन बी
विटामिन थायराइड की समस्याओं के अंतर्निहित कारणों से लड़ने में मदद करते हैं. बेहतर थायराइड फंक्शन के लिए ‘बी’ परिवार से विटामिन आवश्यक हैं. विटामिन बी12 हाइपोथायरायडिज्म से पीड़ित लोगों की मदद करने में विशेष रूप से सहायक है. डेली डाइट में अंडे, मांस, मछली, फलियां, दूध और अखरोट शामिल करने से विटामिन बी की निरंतर आपूर्ति में मदद मिल सकती है.
4. नारियल का तेल
अगर आप थायराइड की समस्या से पीड़ित हैं तो आप नारियल के तेल का इस्तेमाल कर सकती हैं. नारियल के तेल में पाए जाने वाले मीडियम-चेन फैटी एसिड थायराइड ग्रंथि में काफी अच्छा काम करता है. ध्यान रहे कि नारियल के तेल का प्रयोग बिना गर्म किए हुए करना है. यह तेल मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है और साथ ही शरीर के तापमान को भी नियंत्रित करता है. यह वजन घटना में भी सहायक है.
5. ग्लूटेन के इस्तेमाल से बचें
ग्लूटेन एक प्रोटीन होता है. अगर आप थायराइड की समस्या से पीड़ित हैं तो आपको ग्लूटेन युक्त खाद्य पदार्थों से भी दूरी बनानी चाहिए. आजकल सोशल मीडिया में ग्लूटेन फ्री डाइट काफी चर्चा में है. ग्लूटेन डायबिटीज, वजन का बढ़ना और थायराइड जैसी कई बीमारियों के लिए जिम्मेदार माना जाता है. ग्लूटेन प्रोटीन आमतौर पर गेहूं, सूजी में अधिक पाया जाता है.
6. नियमित रूप से करें व्यायाम
अच्छे स्वास्थ्य के लिए व्यायाम सबसे बड़ा रामबाड़ इलाज है. नियमित रूप से व्यायाम शरीर में अंगों के संचालन को बढ़ावा देता है. एक्सरसाइज अंत: स्त्रावी ग्रंथि को नियंत्रित करता है और आपको फ्रेश फील कराता है. व्यायाम शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थों को खत्म करने में भी मदद करता है. अगर आप एक फिक्स टाइम से व्यायाम करते हैं तो आपको थायराइड में जरूर आराम मिलेगा.
7. डेयरी प्रोडक्ट्स
दूध, पनीर और दही थायराइड के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं क्योंकि इनमें आयोडीन की मात्रा अधिक होती है, जो कि थायराइड के उचित कार्य के लिए आवश्यक खनिज है. डेयरी उत्पादों का सेवन विटामिन के स्तर को बढ़ाने में भी मदद करेगा जो बदले में थायराइड की समस्याओं को दूर करेगा.