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French Language : दिल्ली के सरकारी स्कूलों में अब छात्र सीखेंगे फ्रेंच भाषा, जानें पहले किन स्कूलों में होगी शुरूआत

IFI टीचर्स और रिसोर्स पर्सन को ट्रेनिंग देने में डीबीएसई और डीओई की सहायता करेगा। इस पार्टनरशिप के तहत IFI दिल्ली सरकार के स्कूलों में स्टूडेंट्स को अपने सांस्कृतिक और शैक्षणिक प्लेटफार्मों तक पहुंच प्रदान करेगा।

By इंडिया वॉइस 

Updated Date

नई दिल्ली, 02 मई। दिल्ली के सरकारी स्कूलों में छात्र अब फ्रेंच भाषा भी सीखेंगे। आज के दौर में काम, शिक्षा और यात्रा के साथ-साथ दुनियाभर की संस्कृतियों के बारे में समझ बनाने के लिए ग्लोबल लैंग्वेजज का ज्ञान होना बेहद जरुरी हो गया है। ऐसे में अपने स्कूलों के छात्रों को ग्लोबल एक्सपोजर और एक्सपीरियंस देने के लिए केजरीवाल सरकार के दिल्ली बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन (DBSE) ने उपमुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया और भारत में फ्रांस के राजदूत इमैनुएल लेनिन की मौजूदगी में सोमवार को इंस्टिट्यूट फ्रांसैस एन इंडे (आईएफआई – द फ्रेंच इंस्टीट्यूट इन इंडिया) के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए। इस पार्टनरशिप का उद्देश्य तेजी से वैश्वीकृत होती दुनियां के लिए दिल्ली सरकार के स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों को प्रोफेशनल रूप से तैयार करना है।

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सरकार छात्रों को ग्लोबल एक्सपोजर देने के लिए प्रतिबद्ध- सिसोदिया

इस मौके पर शिक्षा सचिव और DBSE के वाईस-प्रेसिडेंट एच. राजेश प्रसाद, फ्रेंच इंस्टीट्यूट इन इंडिया के कंट्री डायरेक्टर इमैनुएल लेब्रुन डेमियंस, शिक्षा निदेशक DBSE हिमांशु गुप्ता, विशेष शिक्षा सचिव सी.अरविंद, DBSE के CEO के.एस.उपाध्याय मौजूद रहे। इस मौके पर उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि केजरीवाल सरकार दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले सभी छात्रों को ग्लोबल एक्सपोजर देने के लिए प्रतिबद्ध है और स्कूलों में शुरू किया जा रहा फ्रेंच लैंग्वेज कार्यक्रम इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

कई सेक्टर्स में करियर के ऑपशन बढ़ेंगे

सिसोदिया ने कहा कि सरकारी स्कूलों में प्रमुख ग्लोबल लैंग्वेज शुरू करने के केजरीवाल सरकार के कार्यक्रम के तहत अब हमारे छात्रों के पास अब फ्रेंच सीखने का विकल्प भी होगा। हमारे स्कूलों में फ्रेंच जैसी ग्लोबल लैंग्वेज की शुरुआत से हमारे स्टूडेंट्स के लिए एजुकेशन, ट्रेवल, ऑटोमोबाइल, टूरिज्म, हॉस्पिटैलिटी आदि जैसे विभिन्न सेक्टर्स में करियर के ऑपशन बढ़ेंगे। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि एक फॉरेन लैंग्वेज सीखना ना केवल एक स्किल सीखने तक सीमित है, बल्कि किसी विशेष देश की संस्कृति को सीखने और उससे जुड़ने का मौका भी देता है। उन्होंने कहा कि इस पहल से ना केवल हमारे स्टूडेंट्स फ्रेंच भाषा सीखेंगे, फ्रांस के इतिहास और संस्कृति के बारे में जानेंगे, बल्कि ये पार्टनरशिप भविष्य में दिल्ली के सरकारी स्कूलों के स्टूडेंट्स के लिए नए रोजगार के साथ-साथ कई शैक्षणिक अवसर भी खोलेगी। उन्होंने कहा कि दोनों देश ना केवल व्यापार के क्षेत्र में बल्कि कला और संस्कृति के क्षेत्र में भी पार्टनरशिप के माध्यम से सदियों से एक-दूसरे से सीखते आ रहे हैं।

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शिक्षा हमेशा हमारी प्राथमिकता रहेगी- फ्रांस के राजदूत इमैनुएल लेनिन

वहीं दिल्ली सरकार के स्कूलों में छात्रों को फॉरेन लैंग्वेज सीखने का मौका देने के लिए केजरीवाल सरकार के प्रगतिशील प्रयासों की सराहना करते हुए, भारत में फ्रांस के राजदूत इमैनुएल लेनिन ने कहा कि दिल्ली और फ्रांस सरकार का शिक्षा को लेकर एक जैसा दृष्टिकोण है। दिल्ली सरकार अपने स्कूलों में पढ़ने वाले 1.5 मिलियन बच्चों की शिक्षा के लिए अपनी नीतियों को लेकर गंभीर है, हम इसका समर्थन करते हैं। फ्रांस के राजदूत ने कहा कि दोनों देशों के बीच शिक्षा हमेशा हमारी प्राथमिकता रहेगी। उन्होंने कहा कि फ्रेंच भाषा सीखना दिल्ली सरकार के स्कूलों के बच्चों के लिए जीवन बदलने वाला अनुभव साबित होगा और उन्हें अकादमिक और प्रोफेशनल रूप से नए अवसर प्रदान करेगा। फ्रेंच सीखने से यूरोप के कई देशों में दिल्ली के सरकारी स्कूलों के बच्चों के लिए रोजगार के रास्ते भी खुलेंगे।

जानें पहले किन स्कूलों में होगी शुरू

इसी के तहत शिक्षा निदेशक हिमांशु गुप्ता ने कहा कि पायलट फेज में फ्रेंच लैंग्वेज कोर्स की पढ़ाई दिल्ली सरकार के 30 स्कूलों में शुरू की जाएगी। जिसमें डॉ.अम्बेडकर स्कूल ऑफ स्पेशलाइज्ड शामिल हैं। इन स्कूलों में छठी से 12वीं के छात्र को सीखने के लिए फ्रेंच भाषा ऑफर की जाएगी। पायलट फेज के लर्निंग को देखते हुए इसका दिल्ली सरकार के बाकि स्कूलों में भी विस्तार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि फ्रेंच एक ग्लोबल लैंग्वेज है। इस पार्टनरशिप के तहत फ्रेंच इंस्टीट्यूट इन इंडिया द्वारा हमारे टीचर्स को कम्युनिकेटिव फ्रेंच लैंग्वेज की ट्रेनिग दी जाएगी, ताकि वो इसे आगे स्टूडेंट्स को सिखा सकें और हमारे छात्र वैश्विक स्तर पर साइंस-टेक्नोलॉजी, आर्ट-कल्चर सीखने के साथ-साथ अपने प्रोफेशनल जीवन के लिए भी इस लैंग्वेज का प्रयोग कर सकें।

फ्रेंच लैंग्वेज सीखने से छात्रों को होने वाले फायदे

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* ग्लोबल लैंग्वेज होने के कारण फ्रेंच भाषा छात्रों के लिए राजनयिक सेवाओं और दूतावासों में नौकरी के अवसर करेगी तैयार।
* फ्रेंच सीखने से टूरिज्म, हॉस्पिटैलिटी, एयरोनॉटिकस, ऑटोमोबाइल, फैशन, रिसर्च आदि जैसे क्षेत्रों में स्टूडेंट्स के लिए उच्च शिक्षा और रोजगार के मौके।
* नई संस्कृति और आर्ट फॉर्म्स को सीखने का मौका।

गौरतलब है कि IFI टीचर्स और रिसोर्स पर्सन को ट्रेनिंग देने में डीबीएसई और डीओई की सहायता करेगा। इस पार्टनरशिप के तहत IFI दिल्ली सरकार के स्कूलों में स्टूडेंट्स को अपने सांस्कृतिक और शैक्षणिक प्लेटफार्मों तक पहुंच प्रदान करेगा। साथ ही आईएफआई स्टूडेंट्स को फ्रांस में उच्च शिक्षा संबंधित कार्यक्रम और छात्रवृतियों के बारे में सूचित करने के लिए वर्कशॉप और वेबिनार आदि का आयोजन भी करेगा।

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